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खोजी
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( ३०२ )
खोजी - वि० १ ढूंढने, तलाश करने वाला । २ पद चिह्न विशेषज्ञ । पु० वह ऊंट जिसके जन्म से ही अंडकोश की गोली न हो। बोजी० [फा०] [रवाजा १ नपुंसक व्यक्ति जो मुसलमानी ] रनिवास का द्वाररक्षक होता था। २ बकरी के बालों की
। । दरी ३ नपुंसक व्यक्ति ४ विना गोली के अंडकोशों वाला ऊंट । ५ सेवक, धनुचर वि० वह जो महलों में सेवा करने के लिए हिजड़ा बनाया गया हो । बोओ पु० [फा०] १ व २ छोटा चैना खोटंगो - वि० (स्त्री० खोटंगी) १ छली, कपटी, धूर्त २ अंगहीन, अंग-भंग |
खोट-स्त्री० [सं० क्षोट] १ भूल, गलती । २ अशुद्धि । ३ दोष अवगुण । ४ मिलावट ५ कपट, छल । ६ पाप । ७ अपराध । ८ हानि, क्षय, कमी 8 कलंक । १० काम से जी चुराने का भाव । ११ असत्य झूठ। वि० १ लंगड़ा । २ मिथ्यावादी । ३ नाशवान गौ-वि० छली, कपटी, धूर्त। अंगहीन करमी, करमौ-वि० - दूषित कर्म करने वाला पापी छली कपटी व्यभिचारी खोवाड़ी-पु० [सं० खोज] १ र २ बीर बहादुर । । । । । - खबाड़ स्त्री० भूल-चूक । खोथ पु० ऊंट या बकरी के बाल उड़ने का एक रोग । खोटड़-वि. बलवान, शक्तिशाली । खो खोपी पु० (स्त्री० पोथी बोली)
बोतरी (बी) पु० वह ऊंट जिसके शरीर के बाल उड़ गये हों। खोतौ- - पु० १ ऊन के अन्दर का मेल । २ गधा। वि० १ जाति च्युत । २ देखो 'खोथी' ।
१ बिना साफ की हुई ऊन का गुच्छा । २ खोथ रोग से पीड़ित ऊंट या बकरी ३ नपुंसक, हिजड़ा। खोद पु० [फा०] १ लोह का टोप शिरा २ खुदाई। शिरत्राण । atri (at) - क्रि० [सं० खन् ] १ जमीन या किसी स्थान की खुदाई करना । २ उखाड़ना । ३ बर्तनों आदि पर खुदाई का कार्य करना, नक्काशी करना ।
खोदरड़ी पु०हस्थ संबंधी कार्यों का सिलमिता
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खोदाई स्त्री० १ उदंडता उज्जडपन लिन २ देखो 'खुदाई" ।
खोदाणी (बौं), खोदावणी (बौ) - क्रि० १ जमीन या किसी स्थान की खुदाई कराना। २ उखड़वाना । ३ बर्तनों पर नक्काशी कराना ।
खोटण-स्त्री० बालों को कूटकर अनाज निकालने का डंडा ।
खोटर (बौ) - क्रि० १ ठोकना । २ पीटना । छोटी छोटी (बी) ५०१ प्बल २ हीच क्रिया गुप्तांग । । पोट-रखी वि० कपटी पूर्त छलिया पोट खोटहडियो-वि० १ वीर बहादुर २ फूला हुआ। ३] विस्तृत
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। २ क्षुद्रता, तुच्छता । ५ हरामखोरी । ६ श्रालस्य ।
पोटाई स्वी० [१] बुराई, धवगुण ३ मिलावट । ४ कपट, छल । खत्री० सीमा हद 1 खोटी - क्रि० वि० १ प्रतीक्षा में, इन्तजार में । २ व्यर्थ में । -स्त्री० प्रतीक्षा, इन्तजार - वि० दोषपूर्ण । खराब | - कथ - स्त्री० ० झूठी बात । खोटीपी- पु० १ विलम्ब देर । २ कार्य का व्यवधान । ३ कार्य रुके रहने की दशा । ४ प्रतीक्षा में व्यर्थ गंवाया हुआ समय । छोटी ० स्त्री० [खोटी वी, दोषी। २ बुरा, अनुचित । ३ मिथ्यावादी, झूठा ४ कामचोर । ५ निकम्मा | ६ विकट, भयंकर । ७ भाग्यहीन, अभागा । जो खरा न हो । ६ अशुद्ध ।
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खोड- पु० [सं०] १ नाश होने वाली वस्तु । २ शंख । ३ शरीर । ४ जंगल । स्त्री० ५ खेतों में क्यारी बनाने की विधि | ६ देखो 'खेड' । ७ लकड़ी, काष्ठ। वि० १ नाशवान । २ लंगड़ा ।
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खोडसोपचार- देखो 'सोडसोपचार' ।
खोडि, (डी) - स्त्री० १ कमी न्यूनता । २ चूरा, भूसा ३ दाढ़ी बनाने का रेजर । ४ एक कृषि उपकरण । ५ बेरों को कूटकर महीन किया हुआ चूर्ण । ६ मुरट नामक घास के बीज । ७ देखो 'खोडी' ।
खोपड़ी
छोटी पु० १ वेत की पारी २ नमक को क्यारी । ३ साद । । खाद्य
पदार्थ विशेष ।
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खोल खणा, (णि खी) स्त्री० [सं०] सोणि] पृथ्वी धरती । खो' णौ (बौ) - देखो 'खासगी' (बी) ।
खोणी (at) - क्रि० १ गंवाना, खोना । २ नष्ट करना, नाश करना । ३ हाथ से निकल जाने देना ।
खोत - देखो 'खोथ' ।
खोतरणी (बौ) - क्रि० कुरेदना । कुचरना । रगड़ना । खोतलौ - देखो, 'खोथली' ।
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खोदालाग स्त्री० नये आबाद गांवों व ढाणियों वालों से वसूल
किया जाने वाला एक कर । खोबी खो-देखो 'खोदो' । खोध-पु० कोष, शेष, गुस्सा
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खोनेड़ी-स्त्री० [सं० खन् । मिट्टी की खदान खान ।
खोपड़ी - स्त्री० [सं० कर्पूर ] १ शिर का ऊपरी भाग, ऊपरी हड्डी | २ कपाल | ३ मस्तक । ४ बूढ़ी गाय |
खोपड़ी - पु० १ नारियल । २ नारियल की गिरी का श्राधा भाग । ३ सिर कपाल ४ बूढ़ा बैल 1