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प्रासन
असल (प्री) वि०
श्रासप देखो 'ग्रासव' ।
हुआ ।
निकटवर्ती समीपस्थ २ पास बैठा १ । ३ शेष । ४ उपस्थित । पु० अवसान ।-सिद्धि ० सिद्धि के निकट मोगामी (जैन)
श्रासषद पु० [सं० ग्रास्पद ] घर, सदन | श्रासब देखो 'प्रासव' ।
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श्रासमांग, (मांन) - पु० [फा० ग्रासमान ] १ प्रकाश, गगन, व्योम । २ स्वर्ग, देवलोक । ब्रामणी (मांनी ) ० [फा० प्रातमानी ] १ आसमान जैसा, हल्का नीला । २ आसमान संबंधी । ३ देवी । - क्रि०वि०
अकस्मात् अचानक ।
श्रासमुद्र क्रि०वि० समुद्र तक, समुद्र पर्यन्त | श्रासमेद, (मेध, मेधी) - देखो 'अस्वमेध' । श्रासय पु० [सं० श्राशय ] १ अभिप्राय, मतलब, तात्पर्य । २ नीयत, कामना । ३ वासना । ४ बुद्धि । ५ शयन गुह, विश्रामस्थल । ६ घर । ७ स्थान ८ मन हृदय । ९ प्रारब्ध |
( ११४ )
असर पु० १ अंत २ असुर ३ श्मशान भूमि । ४ अवसर । ५ देखो 'सार' |
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आगीरवाद'। ग्रासरन १ देखो 'असुर' । २ देखो 'ग्रासरी' । श्रातरी पु०
[सं० ग्राश्रय] १ सहारा, श्राश्रय, अवलंब । २ भरोसा विश्वास । ३ प्राशा । ४ जीवन निर्वाह का हेतु सहायता का विश्वास [सं० घाश्रम] मकान, घर । ७ मकान का छोटा भाग जो चारों ओर से आच्छादित हो । ८ शरण, पनाह । ९ प्रतीक्षा, इन्तजार । १० अनुमान अंदाजा ।
प्रसाद - पु० [सं०] वर्षा ऋतु का प्रथम मास श्रासादाऊ, प्रासादी - वि० आसाढ़ का प्रसाद संबंधी । - पु० १ खरीफ की फसल । २ बासा की पूर्णिमा । श्रासातना स्त्री० सत्कार न करना मान न देना क्रिया । श्रासावाळी - पु० प्रशोक वृक्ष ।
श्रातरम पु० ग्राश्रम |
श्रासापुरा - स्त्री० वरवड़ी देवी ।
- ।
सरित वि० [सं० बाधित] महारा पाया हा प्राचित घासापुरी पु० देय पूजन में काम पाने वाला प प्राश्रित] १ निर्भर । २ भरोसे पर रहने वाला । ३ अधीन । ४ सेवक, नौकर |
-स्त्री० चौहानों की कुल देवी दुर्गा ।
श्रासरियो - देखो 'आमरी' ।
बासरी-वचन ( बाद बाद
आसवार पु० सवार ।
श्रासल-पु० हमला, आक्रमण | श्रासलेट स्त्री० मकान की दीवार के कोने या बीच में लगाये जाने वाले चौड़े पत्थर, स्तंभ ।
श्रासव
व पु० [सं०] १ भभके से खींच कर बनाया हुआ बढ़िया व उत्तम शराब, मद्य । २ फलों का खमीर । ३ प्रर्क । ४ काढ़ा ।
(बी) देवी (बो (ब) कि० याकरता पाया
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धाता (न) - वि० [फा०] धामान ] सरल, सुगम, सीधा । - पु० [फा० एहसान ] उपकार, एहसान । प्रासांणी (नी ) - स्त्री० [फा० ग्रासानी] सरलता, सुगमता ।
सुभीता ।
प्राशा
असामी पु० [फा०] [मागामी १ अभियुक्त २ देनदार। ३ काश्तकार । ४ धनवान या प्रतिष्ठित व्यक्ति । ५ लगान पर खेत जोतने वाला किसान । ६ व्यक्ति विशेष । -दार पु० मुखिया, प्रधान । बाला स्त्री० [सं०] बाबा ] १ अभिलाषा, इच्छाकामना । २ भरोसा, उम्मीद | ३ दिशा । ४ दक्ष प्रजापति की कन्या । ५ एक देवी का नाम । ६ गर्भ । श्रासाऊ - वि० ० प्राशावान, प्राशार्थी, उम्मीदवार । सागज पु० [सं० आशागज ] दिक्पाल | श्रासागीर - देखो 'प्रसगीर' ।
प्रासींगणौ
प्रासाभरी - वि०
[० आशावान |
सामुखी वि० उम्मीदवार।
प्रासार - पु० [अ०] १ चिह्न लक्षण । २ दीवार की नींव की मोटाई । ३ दीवार की चौड़ाई । ४ अतिवृष्टि ५ आश्रय । आताळु श्रासालुध्धी (लूध, लू धौ) श्रासाळू (त) - वि० १ मतावान, उम्मीदवार २ प्रेमा। आसावंत - वि० ग्राशावान ।
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श्रासावरी - स्त्री० [सं०] १ श्री नामक प्रसिद्ध राग - ५०
२ एकप्रकार का सुगंधित पदार्थ । ३ एक प्रकार का कबूतर | ४ एक प्रकार का बढ़िया कपड़ा ।
प्रासादार स्त्री० [माशापूर्णा देवी ।
मासिक वि० [सं० प्राधिक] (स्त्री० धामिका) इश्क करने वाला, प्रेमी । २ अनुरक्त, मुग्ध ।
श्रसिख १ देखो 'ग्रासीस' । २ देखो 'सिक' |
श्रासि -पासि- देखो 'आस-पास' ।
श्रासिरौ - देखो 'ग्रासरौ' ।
श्रासी स्त्री० सर्प की दाढ़ । श्रासींगो ( ब ) - क्रि० मन लगना,
दिल
बहलना ।