Book Title: Karmagrantha Part 5
Author(s): Devendrasuri, Shreechand Surana, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur
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आठ कर्मों को उत्तर प्रकृतियों के बंधस्थान तरा भूयस्कार
आदि बन्धों का कोष्टक
भाठ कर्म
ज्ञानावरण | दर्शनावरण वेदनीय
मोहनीय
आपु. नाम
गोत्र। अंतराय
उत्तर प्रकृति
किसने बंधस्थान
.
कितनी प्रकृतियों का ।
बंधस्थान
२२,२१ | १७, १३, ६.
२३, २५, २६, २८, २६, ३०,
भूयस्कार बंध
अल्पतर बंध
अबस्थित बंध
अवक्तव्य बंध
शतक