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आदर्श जीवन।
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वो यथाशक्ति पालनेके लिए बारह व्रत धारण कर सकता है या नहीं?
४-मंदिरके उपयोगके लिए केशर, चंदन, सोना चाँदीके वरक, इतर, धूप आदि पदार्थ बेचने हों तो वे पदार्थ दूसरोंकी अपेक्षा कम नफा लेकर बेचना चाहिए या मुद्दल दाम लेकर बेचना चाहिए ?
५-श्रावक साध्वीजी महाराजको वंदना किस तरह करे ?
६-पर्युषणोंमें साध्वीजी महाराज कल्पमूत्र बाँच सकती हैं या नहीं ? श्रावक साध्वीजीके पास उपाश्रयमें सुननेके लिए जा सकता है या नहीं ?
७-प्रसूतिका ( सुवावड़ी) का घर जुदा हो; प्रसूति कर्म करानेवाली भी दूसरी हो; ऐसी दशामें जो स्त्री जुदा मकानमें भोजन बनाकर प्रसूतिकाको ऊँचेसे भोजन दे, उससे स्पर्श न करे तो उसको कितना सूतक लगता है ? और जो एक दफा प्रमूतिकाको स्पर्श कर ले उसको कितने दिनका मूतक लगे ?
उत्तर । (१) वासक्षेपसे अधर ऊँचे हाथसे पूजन करनेमें और स्तोत्रादिके जाप करनेमें स्नानकी जरूरत नहीं समझी जाती है।
(२) जिस देशमें आर्द्रा पहले केरी ( आम ) का प्रचार होता है उसी देशके लिए आर्द्रा समझना चाहिए। जिस देशमें
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