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आदर्श जीवन ।
हतो त्यां संघ तरफ थी देरासर जमां पूजा श्रीफल नी प्रभावना करवामां आवी हती ।
(१३)
ता० ४-१२-१९२४
परम पूज्य आचार्य महाराज श्री १००८ श्री वल्लभविजय जी महाराज साहेब तथा श्री संघ समस्त मु० लाहोर बडोदरा थी लि० वैद्य बापुभाई हीराभाई तथा वैद्य मणिलाल नी १००८ वार वंदना स्वीकारशी जी बाद लाहोर ना श्री संघनो तार आज रोजे मळयो तेनी हकीकत जाणी सर्वे श्री संघ खुशी थयो छे, आप श्री ने आचार्य पदवी मळी तथा मुनि ( पंन्यास ) सोहन विजय जी ने उपाध्याय पदवी आपी, पंजाब ना संघे आप साहेबो नी जे अपूर्व भक्ति करी ते बद्दल लाहोर ना संघ ने धन्यवाद घटे छे, आप श्री आचार्य ने माटे सर्वोत्तम लायक छो तेथी आप जेवा लायक ने लायक पदवी मळवा थी अत्रे नो संघ घणोज खुशी थयो छे, संघ समस्त ना तरफ थी तार आज रोजे कर्यो छे एटले अमे जुदो तार कर्यो नथी
आपना कृपा कांक्षी
वापुभाई वैद्य ना सपरिवार नी वंदना स्वीकारशो जी ।
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( १४ ) श्री
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वडोदरा.
ता. ८-१२-२४
परमपूज्य आचार्यजी महाराजजी साहेब श्री विजयवल्लभ
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