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आदर्श जीवन।
पंजाब नो तार आचार्य तथा उपाध्याय पदवी नो मळयो सर्वने घणो आनंद थर्ड रह्यो छे ।
दासानुदास
मणिलाल मूरजमल. (१०)
मुम्बई। ता. ७-१२-१९२४ रविवार पुज्य आचार्य महाराज श्री वल्लभ विजय जी नी पवित्र सेवा मां लाहोर ।
आप साहिबने गया सोमवारे आचार्य पदवी आपवा मां • आवी ते खबर सांभळी घणो आनंद थयो छे. आप ये पद ने तद्दनज लायक होवा छता स्वीकार करता न होता, परंतु आप साहिब हंसविजय जी महाराज अने कान्तिविजय जी महाराज नी आज्ञा मांज चालता होवा थी तेमना दबाण ने लेईनेज आ पद स्वीकार कर्यु छे ते आपना वडीलोये वखत ने अनुसरी काम कर्यु छ ।
मूलचंद हीरजीनी
वंदना स्वीकारशोजी. (११)
पालणपुर ।
ता०१-१२-२४. स्वस्ती श्री लाहौर महा शुभ स्थाने आचार्य महाराज श्री वल्लभाविजय जी महाराज साहेब ना चरण कमलमा अत्र श्री
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