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आदर्श जीवन ।
'श्री आत्मानंद मंदिरमार्गी जैन विद्यालय सादड़ी' 'सेठ मूलचंद छजमलकी दस हजार एक रु. की सहाय
तासे स्थापित ।' इस पाठशालाके लिए सादड़ीमें एक लाख दस हजारकी टीप हुई है। यह आपका चौमासा सादड़ीमें था तभी हो गई थी। श्रीयुत गुलाबचंदजीका जो पत्र आपके नाम आया वह यहाँ दिया जाता है।
फालना स्टेशन ता. ५ __ स्वस्ति श्री गुजरानवाला शुभ स्थाने अनेक गुणगणालंकृत पंच महाव्रत धारी पूज्यपाद गुरुवर्य श्री १००८ श्री आचार्य महाराज श्रीवल्लभविजयजीके चरणकमलोंमें गुलाबचंद ढड्डाकी सविनय वन्दना मालुम हो, आपकी आज्ञाके मुताबिक ता. ३ को रवाना होकर ४ को सादडी पहुँचकर दोपहरको करीब १००० आदमियोंके समक्ष बहुत आनन्दपूर्वक श्रीआत्मानंद जैन विद्यालय सादड़ीकी उद्घाटन क्रिया आपकी आज्ञाके मुवाफिक निर्विघ्न समाप्त की । सेठ मूलचंदजीने नारियलकी प्रभावना की। - श्रीगुरुवर्यके पवित्र चरणकमलोंमें
सिधराज ढड्डाकी सविनय विनीत वन्दना मालूम हो मैं भी पू० काका साहबके साथ सादडी आयाहूँ । सर्व मुनिसमुदायको सविनय वन्दना । सुखसाताका पत्र दिरावें । - शुभ मिति जेठसुदी १५. स. १८८२
सिधराज ढड्डा
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