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आदर्श जीवन
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मीयांगाम
ता० १२-१२-२४ आचार्य महाराज श्री श्री श्री श्री श्री वल्लभविजय मूरि जी आदि ठाणा मु० लाहौर ली० शा० शिवलाल छगनलाल नीवंदना १००८ वार स्वीकारशोजी वी० अमे देवगुरु महाराज नी कृपा थी कुशल छीए ली. आप श्री ने समस्त जैन श्वेताबर संघे आचार्य पदवी अर्पण करी तेथी हमारा अंतर ना ऊंडा अभीनंदन छे..
मीयांगाम
ता० १२-१२-२४ आचार्य श्री श्री श्री श्री श्री वल्लभविजय सूरि तथा आदि मुनिराज मु० लाहौर ली० दलाल शठ दलसुख गुलाबचंद नी वंदना १००८ वार स्वीकारसोजी ली० मारा अंतर नो जे विचार घणा वखत परनो हतो ते आशा मारी सफल थई तेथी घणोज आनंद थयो. आप श्री ने आचार्य पदवी श्री जैन श्वेतांबर संघे अर्पण करी ते मां मारी सहानुभूती छे. आजेज अमोये तार करयो छ ।
श्रीमढुवा यशोवृद्धि जैन बालाश्रम ।
___ता. १६-१२-१९२४ स्वस्ति श्री लाहोर महाशुभस्थाने पूज्याराधे परमपूज्य
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