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आदर्श जीवन ।
भंडारी चैनराज, खीबराज, मुता मूलचंद रातडीया रतनचंद व हीरालाल सुराणा मुता जोरावरमल्ल कोचर किशोरीलाल, रीखबदास मदनराज कुशलराज आदि सकलसंघकी वंदना १००८ वार अवधारशोजी ।
सद्गृहस्थों के अभिनंदनपत्र [ गुजराती. ]
श्रीजैन आत्मानंद सभा भावनगर ।
ता. ८-१२-१९२४
मागसर सुदि १३ सोमवार, अनेक गुण गणालंकृत परमकृपालु पूज्य पवित्र आचार्य महाराज श्री विजयवल्लभ सूरीश्वरजी महाराजनी पवित्र सेवा मां लाहौर विनंति पूर्वक अपूर्व आनंद सहित जणाववा रजा लइये छीये के आ सभानी लांबा वखतनी अभिलाषा आकांक्षा श्री पंजाबना श्रसिंघे आप कृपालु श्री ने आचार्य पद आपी ने पूर्ण करी छे ते माटे पंजाबना श्रीसंघ ने लाखो धन्यवाद देवा साथे आ सभा पोतानो पण अपरिमित आनंद हर्षना आंवेष पूर्वक जणावे छे, साथै परमात्मानी पवित्र अंतः करण थी प्रार्थना करे छे के आप आ आचार्य भगवाननुं उच्च पद दीर्घायु थई भोगवो अने शासन सेवा करवा निरंतर विशेष भाग्यवान थावो ! बस ! - हृदयना पूर्ण उमळका साथे आ सभा पोतानो आनंद अने भावना आ रीते आपनी सेवामां रजू करे छे ।
प्रथम आचार्य पदवी देवा अने अपाया पछी हर्ष जाहेर
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