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आदर्श जीवन ।
तपस्वी गुणविजयजीने चैत्र वदि अष्टमीको तेले तेले पारना वरसी तप प्रारंभ किया । अहमदाबादनिवासी जौहरी भोगीलाल ताराचंदकी प्रेरणासे श्रीचारित्र-पूजा उर्फ ब्रह्मचर्य-पूजाकी शुरूआत भी आपने मालेरकोटलाहीमें की थी । इस समय मालेरकोटलाके श्रीसंघका उत्साह कुछ अपूर्व ही था। चौमासेके लिए बहुत ही बिनती की गई; परंतु आपकी इच्छा होशियारपुर चौमासा करनेकी थी, इस लिए एक कल्प करके आपने मालेरकोटलेसे विहार किया। ___ मालेरकोटलेमें श्रीमहावीर जयंतीका अच्छा उत्सव हुआ था। अहमदाबाद निवासी वकील केशवलाल प्रेमचंद मोदी बी. ए. एल्. एल्. बी. आपके दर्शनार्थे वहाँ आये थे। उन्होंने भी श्रीमहावीरजयंतीके उत्सवमें हाथ बटाया था। दिनमें आपका और पं० श्रीललितविजयजी महाराजका प्रभावशाली व्याख्यान हुआ था। दुपहरको पालखी धूमधामसे फिराई गई थी और खूब ठाठसे श्रीमहावीर पंचकल्याणक पूजा पढ़ाई गई थी । पं० श्रीललितविजयजी महाराजको कुछ कदर संगीतका बोध है और कोटलाके लाला नगीनचंद आदि कई श्रावक भी गायन कलाके अभ्यासी हैं । इससे वहाँ पूजाका कुछ और ही रंग आया था। ___ मालेरकोटलेसे विहार कर लुधियाना होते हुए आप होशियारपुर पधारे और सं०१९८० का सैंतीसवाँ चौमासा आपने होशियारपुरमें किया ।
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