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omniscient named Goshalak). They serve their parents. They do not eat five types of fruits - Udumbar fruit ( Gular, Ficus glomerata), Banyan 5 fruit, berries, Satari fruit (Shatavari; wild asparagus ), and Pipal fruit 5 ( long pepper). They also do not eat onion, garlic and other roots. They earn their livelihood with the help of bulls that have neither been castrated nor had their nose pierced and through trades involving no harm to mobile beings.
इच्चेते समणोवासगा सुक्का सुक्काभिजातीया भवित्ता कालमासे कालं किच्चा अन्नयरेसु देवलोएस देवत्ता उववत्तारो भवति ।
११. 'एए वि ताव एवं इन्छंति, किमंग पुण जे इमे समणोवासगा भवंति ?' जेसिं नो कप्पंति इमाई पण्णरस कम्मादाणाई सयं करेत्तए वा कारवेत्तए वा करेंतं वा अन्नं न समणुजाणेत्तए, तं फ्र जहा - इंगालकम्मे, वणकम्मे, साडीकम्मे, भाडीकम्मे, फोडीकम्मे, दंतवाणिज्जे, लक्खवाणिज्जे, 卐 केसवाणिज्जे, रसवाणिजे, विसवाणिजे जंतपीलणकम्मे, निल्लंछणकम्मे, दवग्गिदावणया सर - दहतलागपरिसोसणया असइपोसणया ।
११. जब इन आजीविकोपासकों को यह अभीष्ट है,
ही क्या ? (क्योंकि उन्होंने तो विशिष्टतर देव, गुरु और धर्म का आश्रय लिया है !) जो श्रमणोपासक होते हैं, उनके लिए ये पन्द्रह कर्मादान स्वयं करना, दूसरों से कराना, और करते हुए का अनुमोदन करना कल्पनीय (उचित) नहीं है। वे कर्मादान इस प्रकार हैं- ( १ ) अंगारकर्म, (२) वनकर्म, (३) शाकटिककर्म, (४) भाटीकर्म, (५) स्फोटककर्म, (६) दन्तवाणिज्य, (७) लाक्षावाणिज्य, (८) केश वाणिज्य, (९) रसवाणिज्य, (१०) विषवाणिज्य, (११) यंत्रपीडनकर्म, (१२) निर्लांछनकर्म, (१३) दावाग्निदापनता, (१४) सरो- हद - तडागशोषणता, (१५) असतीपोषणता ।
फिर जो श्रमणोपासक हैं, उनका तो कहना
ये श्रमणोपासक शुक्ल (पवित्र), शुक्लाभिजात ( पवित्र कुलोत्पन्न) होकर काल (मरण) के समय मृत्यु प्राप्त करके किन्हीं देवलोकों में देवरूप से उत्पन्न होते हैं।
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11. When even these followers of Ajivak doctrine stick to this (noninjury to mobile beings), what to say of the followers of Shramans (because they follow loftier deity, guru and religion). For the Shramanopasaks it is prohibited to do, to induce others to do and attest others doing the following fifteen trades or professions--(1) Angaar karma (trade using fire ), ( 2 ) Vana karma (trade connected with forest), ( 3 ) Shakati karma (trade related to vehicles ), ( 4 ) Bhaati karma 5 (transport trade), (5) Sfota karma (digging work), (6) Danta vanijya (trading in teeth, bone and skin), (7) Laksha vanijya ( Shelac trade ), (8) Kesh vanijya (trading in hair including wool), (9) Rasa vanijya (trading of drinks and beverages), (10) Vish vanijya (trading of drugs and
अष्टम शतक : पंचम उद्देशक
2 454 45 46 455555555955555 565 55955 5 5 5 5 5 55 55 5 5 5 5552
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Eighth Shatak: Fifth Lesson
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