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भगवान पार्श्वनाथ की परम्परा काश्रमणायागय भगवान महावार से पच्छा करते हए
हे भगवन् ! जीव सअन्तर उपजते हैं
या निरन्तर?
गांगेय ! स्थावर निरन्तर उपजते हैं और च्यवते हैं और शेष जीव दोनों प्रकार से
उपजते-च्यवते हैं।
CURRENT
TRENTI गिय अणगारद्वारा भगवान महावीर के सिद्धान्तों पर
"श्रद्धा और पंच महावत धर्म स्वीकार
TELLERS
गांगेय अणगार
अंतिम समय में संलेखना-संथारा
करके सिद्ध-बुद्ध-मुक्त हुए।
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