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वरिवकाशविर मापन अभातर
भगवान पार्श्वनाथ की परम्परा के श्रमण गांगेय भगवान महावीर से पुच्छा करते हुए
हे भगवन् । जीव
सअन्तर उपजते है।
या निरन्तर?
भण्डुकाआशाविक मामी-भात मित्र प्रमाण
गांगेय । स्थावर निरन्तर उपजते हैं और च्यवते हैं और शेष जीव दोनों प्रकार से
उपजते च्यवते हैं।
माशी मामा पालिनिया
मनष्यआशायिन मामय भदाई द्वारप्रमाण
TKARIशारामवरमवारका
दासीनतम्यागत एवम्वीकाए
-गडचिया परिमार्जक आदि का काशीवित
काशीविचा संजी-तियच पतिको
श्रीनिमसम्याम मलखन सवाज
आठौं देवलीकृतिक
बाबाद
मिन्द बदमक
0
सचित्र
श्री भगवती सूत्र
प्रवर्तक श्री अमर मुनि ILLUSTRATED SHRI BHAGWATI SUTRA
Pravartak Shri Amar Muni
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