Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhyaprajnapti Sutra Part 03 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 6
________________ फ्र उत्तर भारतीय प्रवर्त्तक गुरुदेव भण्डारी श्री पद्मचन्द्र जी म. सा. द्वारा सम्प्रेरित सचित्र आगममाला का तेवीसवाँ पुष्प ० सचित्र श्री भगवती सूत्र (व्याख्याप्रज्ञप्ति) (तृतीय खण्ड) प्रधान सम्पादक : जैनधर्म दिवाकर अध्यात्म युगपुरुष प्रवर्त्तक श्री अमर मुनि जी महाराज → सह-सम्पादक : श्री वरुण मुनि 'अमर शिष्य' श्रीचन्द सुराना 'सरस' संजय सुराना अंग्रेजी अनुवादक : सुरेन्द्र बोथरा, जयपुर प्रथमावृत्ति : वि. सं. २०६५, कार्तिक ईस्वी सन् २००८, नवम्बर चित्रांकन : डॉ. त्रिलोक शर्मा प्रकाशक एवं प्राप्ति-स्थान : पद्म प्रकाशन पद्म धाम, नरेला मण्डी, दिल्ली- ११००४० मुद्रक एवं वितरक : संजय सुराना Jain Education International श्री दिवाकर प्रकाशन A-७, अवागढ़ हाउस, एम. जी. रोड, आगरा - २८२००२ फोन : ०५६२ - २८५११६५, मो. : ९३१९२०३२९१ ० मूल्य : छह सौ रुपया मात्र (६०० /- रुपये) © सर्वाधिकार : पद्म प्रकाशन, दिल्ली Website: /http/jainvision.com E-mail: padamprakashan@gmail.com தமிமிததமிமிமிமிதமி****************தமிமிமிமிததமிழி For Private & Personal Use Only ब 255555595555555555955 5 5 5 55955555555 5 2 www.jainelibrary.org

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