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७२. [ प्र. ] भगवन् ! वायुकायिक वैक्रियशरीर-प्रयोगबन्ध का अन्तर कितने काल का होता है ? 卐 [उ. ] गौतम ! इसके सर्वबन्ध का अन्तर जघन्य अन्तर्मुहूर्त और उत्कृष्ट पल्योपम का असंख्यातवाँ # भाग होता है। इसी प्रकार देशबन्ध का अन्तर भी जान लेना चाहिए।
72. [Q.] The same question about Vaikriya-sharira-prayoga-bandh (bondage related to transmutable body formation)? + [Ans.] Gautam ! This intervening period for the bondage of the whole
(sarva-bandh) is a minim um of one Antarmuhurt and a maximum of 4 uncountable fraction of one Palyopam. The same is true for the bondage of a part (desh-bandh).
७३. [प्र. ] तिरिक्खजोणियपंचिंदियवेउब्वियसरीरप्पयोगबंधंतरं पुच्छा।
[ उ. ] गोयमा ! सव्वबंधंतरं जहन्नेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुष्चकोडीपुहत्तं। एवं देसबंधंतरं पि। ॐ ७४. एवं मणूसस्स वि।
७३. [प्र. ] भगवन् ! तिर्यंचयोनिक पंचेन्द्रिय-वैक्रियशरीर-प्रयोगबन्ध का अन्तर कितने काल 卐 का होता है ?
___[उ. ] गौतम ! इसके सर्वबन्ध का अन्तर जघन्य अन्तर्मुहूर्त और उत्कृष्ट पूर्वकोटि-पृथक्त्व का म होता है। इसी प्रकार देशबन्ध का अन्तर भी जान लेना चाहिए।
७४. इसी प्रकार मनुष्य के विषय में भी (पूर्ववत्) जान लेना चाहिए।
73. The same question about Tiryanch-yonik-panchendriya-vaikriya1 sharira-prayoga-bandh (bondage related to transmutable body formation of five-sensed animal) ?
(Ans.] Gautam ! This intervening period for the bondage of the whole 5 (sarua-bandh) is a minimum of one Antarmuhurt and a maximum of y Purvakoti-prithakatva (2 to 9 Purvakoti). The same is true for the 卐 bondage of a part (desh-bandh).
74. The same is also true in case of human beings. + ७५. [प्र. ] जीवस्स णं भंते ! वाउकाइयत्ते नोवाउकाइयत्ते पुणरवि वाउकाइयत्ते वाउकाइयएगिंदियवेउब्विय० पुच्छा।
[उ. ] गोयमा ! सव्वबंधंतरं जहन्नेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं अणंतं कालं, वणस्सइकालो। एवं देसबंधंतरं पि।
७५. [प्र. ] भगवन् ! वायुकायिक अवस्थागत जीव (वहाँ से मरकर) वायुकायिक के सिवाय अन्य काय में उत्पन्न होकर रहे, और फिर वह वहाँ से मरकर पुनः वायुकायिक जीवों में उत्पन्न हो तो उसके 卐 वायुकायिक एकेन्द्रिय वैक्रियशरीर-प्रयोगबन्ध का अन्तर कितने काल का होता है ?
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| अष्टम शतक : नवम उद्देशक
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Eighth Shatak : Ninth Lesson
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