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बौद्ध-कालीन भारत
पहला अध्याय बौद्ध-कालीन इतिहास की सामग्री बौद्ध-कालीन भारत के इतिहास की सामग्री मुख्यतया तीन भागों में बाँटी जा सकती है; यथा-(१) पाली और संस्कृत के ग्रन्थ; (२) विदेशी इतिहासकारों और यात्रियों के ग्रन्थों में आये हुए भारत सम्बन्धी उल्लेख; और (३) शिलालेख तथा सिके
आदि। पहले हम इन्हीं के सम्बन्ध में कुछ आवश्यक और उपयोगी बातें बतलाते हैं।
(१) पाली, प्राकृत और संस्कृत के ग्रंथ
जातक-बुद्ध के जन्म समय की तथा बुद्ध के जीवन-काल की भारतवर्ष की राजनीतिक, सामाजिक और सांपत्तिक दशा का बहुत कुछ विवरण जातक-कथाओं में मिलता है। जातक कथाएँ आजकल जिस रूप में मिलती हैं, उस रूप में वे कदाचित् इतनी पुरानी न हों, पर जिन घटनाओं का हवाला उनमें है, वे अवश्य ही ई० पू० छठी और पाँचवीं शताब्दी की हैं।
बौद्धधर्म के प्राचीन ग्रंथ-त्रिपिटक नाम के पाली ग्रंथों से
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