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प्रश्नों के उत्तर प्रदेश में रहने का सौभाग्य मिला है। अहिंसा जैनों की विशेष : सम्पत्ति है । जगन के अन्य किसी भी धर्म में अहिंसा सिद्धान्त: का. प्रतिपादन इतनी सफलता से नहीं मिलता। वर्तमान युग में भगवान महावीर के सिद्धान्तों के प्रसार की अत्यन्त आवश्यकता है, इस में .. कोई सन्देह नहीं है।
-राष्ट्रपति डा० राजेन्द्र प्रसाद . . यदि मानवता को विनाश से बचाना है, और कल्याण के मार्ग : पर चलना है, तो भगवान महावीर के सन्देश को और उन के . बताए हुए मार्ग को ग्रहण किए विना और कोई रास्ता नहीं है । .
-राष्ट्रपति डा० राधा कृष्णन . . भगवान महावीर का सन्देश किसी खास क्रीम या फिरके के .. लिए नही है । बल्कि समस्त संसार के लिए है। अगर जनता : महावीर स्वामी..के उपदेश के अनुसार चले तो वह अपने जीवन . को आदर्श बना ले । संसार में सच्चा सुख और शान्ति उसी. सूरत : में प्राप्त हो सकती है जब कि हम उन के बताए हुए मार्ग पर चलें। . . . . . . . .
राजगोपालाचार्य . आधुनिक संसार एक धधकते ज्वालामुखी के मुह में बैठा है । .... ऐसा प्रतीत होता है कि उस ने दोनों भयंकर और विताशकारी .. -
महा-युद्धों से कोई शिक्षा ग्रहण नहीं की। यदि ज्वालामुखी. फट पड़े तो मानवता, सभ्यता, वल्कि संसार का पूर्ण विनाश होने में कोई सन्देह न रहेगा. । इस. चिन्तामय स्थिति में यदि त्राण पाने का... कोई मार्ग: है तो वह श्रमण: शिरोमणि भगवान महावीर का बत- " लाया हुआ शान्ति, भ्रातृत्व तथा अहिंसा का सन्देश है। -
- भीमसेन सच्चर, गवर्नर आन्ध्र प्रान्त ..