________________
राजनैतिक शासन तन्त्र एवं राज्य व्यवस्था
वह दीक्षा लेने के लिए कटिबद्ध हो जाता तो यह समय भी पुत्र के राज्याभिषेक के लिए उपयुक्त अवसर था ।' उत्तराधिकारी राजकुमार की योग्यताएं
जैसाकि पहले कहा जा चुका है कि राजा के उत्तराधिकारी के लिए राजकुमार का ज्येष्ठ होना ही अनिवार्य नहीं था अपितु उसमें राज्य-संचालन की योग्यता भी अपेक्षित थी। पुत्र को राज्य देने से पहले राजकुमार की योग्यताओं पर भी भली-भांति विचार कर लिया जाता था। शारीरिक, धार्मिक, सामाजिक, राजनैतिक एवं शैक्षिक दृष्टि से उत्तराधिकारी राजकुमार की निम्नलिखित योग्यताएं आवश्यक थीं
१. शारीरिक योग्यताएं- प्रभावशाली रूप सौन्दर्य एवं आकर्षक व्यक्तित्व ।।
२. धार्मिक योग्यताएं-धार्मिक क्रियाकलापों में आस्था, धर्म, अर्थ तथा काम में नैपुण्य ।
३. सामाजिक योग्यताएं-शिष्टाचार आदि में निपुणता,५ विनम्र स्वभाव, सेवा परायणता, गुरुषों के प्रति आस्था एवं अहंकार आदि पर विजय ।
४. राजनैतिक योग्यताएं-मन्त्री आदि प्रमुखों पर विश्वास प्राप्त करना, युद्ध के लिए सदैव सन्नद्ध रहना,'' न्याय प्रियता' २ एवं प्रजानुरंजन में तत्पर
रहना।'
mm
१. द्विस०, ४.५८, वराङ्ग०, २८.६१-६२, धर्म०, २०.१-२६ २. वराङ्ग०, २.४ ३. वही, ११.४८ ४. वही, ११.५५ ५. वराङ्ग०, ११.५० ६. वही, ११.४६ ७. वही, ११.४६ ८. वही, २.५
६. वही, २.६ १०. वही, ११.५४ ११. वही, २.५ १२. वही, २.४ १३. वही, ११.५२