Book Title: Jain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Author(s): Mohan Chand
Publisher: Eastern Book Linkers
View full book text
________________
विषयानुक्रमणिका
५६७
कुलिश १७६ कुल्हाड़ी १७६ कुश (आयुध) १७४ कृपारण १६८, १७५ क्षपण १७४ क्षुरप्र (बारण) १७१ क्षुरि/छुरी १७५, ४३७ क्षुरिका १६६, १७५ खड्ग १६८, १६६, १७५,
१७६, १७७, ३७०, ४३७ तीक्षणधर्मा १७५, विजय
१७५ विशसन १७५ गदा १६६, १७४, १७७, १७६,
३७०,४३७ गरुडास्त्र १८१ गुलिका १६६ गोफनि/गोफरिण १६६, ४३७ गोलक/गोला १७४, १७६,
तरवारी १६६ तलवार ७२, १३६, १६७,
१७५, १७६, २३७, ४३७ . तापनास्त्र १८१ तामसास्त्र १८० ताल (धनुष) १७० तिमिरास्त्र १८० तूणीर १६८, १८० तोप १७८, १८२, १८४ तोमर १३६, १६६, १७२,
३७० उत्तम तोमर, १७२, मध्यम तोमर १७२, काष्ठदण्ड युक्त तोमर १७२,
कुन्तसदृश तोमर १७२ त्रिपुरान्तकास्त्र १८१ त्रिशूल १६६, १७२, १७७, . १७८, ३७०, ४३७ दण्ड/डण्डा १६६, १७३, १७४,
२२३, ३२७, ४३७ दण्डसार १७७ दन्तकण्टक १६९ दल्मि १७६ दारव (धनुष) १७० दुरासद (खड्ग) १७५ दुष्फोट १३६, ४३७ द्रुधरण १६६ धनुष १६६,१६८, १६६, १७०
२३६, ३७०, ४३६, ४३७ धर्मपाल (खड्ग) १७५ नलिका १६६ नाराच (बाण) १७० निस्त्रिश (खड्ग) १७५
धन १६६ चक्र १६६, १७३, १९४, ३७०,
चार पारों वाला १७३, छह पारों वाला १७३, आठ
प्रारों वाला १७३ चक्रयुधास्त्र १८१ चाप (धनुष) १७०, ४३६ टंक १७६ ... टैंक १५५ . . डच्चूस १६६ . . . डाह १६६ ........ ढाल १८० ४३७ तन्द्रास्त्र १८१

Page Navigation
1 ... 629 630 631 632 633 634 635 636 637 638 639 640 641 642 643 644 645 646 647 648 649 650 651 652 653 654 655 656 657 658 659 660 661 662 663 664 665 666 667 668 669 670 671 672 673 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720