Book Title: Jain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Author(s): Mohan Chand
Publisher: Eastern Book Linkers

View full book text
Previous | Next

Page 645
________________ • विषयानुक्रमणिका खेड़ २४२, २५६, २८० खेडा २५६, ३६६ खेत (कृषि क्षेत्र) १६७, २११, २१३, २१५, २२१, २४४, ३२६, ३२७, ३३१ इनमें लहलहाती फसल २१०, फसल की कटाई, जुताई, रुपाई २१०, फसल की रक्षा २१०, इसकी सिचाई २११, खेतों में अहीर बालिकाएं २१०, खेतों से खलिहानों में अनाज का स्थानान्तरण २१० गज ( रत्न) १९४ गजयुद्ध १६४ गजविद्या ६४ गज विभाग १५४ गजशाला २५२ . गजसेना ७२, १५४, १५६, १८६ गणक (ज्योतिषी ) ७२, १८५, २३६ गणराज्य ५१२, ५१३ श्राभीर गणराज्य, ५१३ मालव गणराज्य ५१३, यौधेय गरण राज्य ५१३ गणिका ४८२ गन्ध ३८७, ३८८ गन्धर्व सेन ( विद्याकोश) ४२४ 'गन्ना पिरोना (व्यवसाय) २३७ गर्भनाश ४८१ गर्भवती स्त्री ४८०, ४८१ गर्भवेश्म २४८ गर्भशाला (मन्दिर) ३४१ गर्भस्थ शिशु ४८१ गर्भाधान १३, ३९३ गवर्नर १११ गह्वरपति १२८ गाड़ी जोतना (व्यवसाय) २३८ गायक / वागीश १२३, २३५ गाथानाराशंसी ३७ गान्धर्व विवाह ४६३ गाम २४२, २८० गायक ३४१ गायन २१, १६१, १६२ गायों का रंम्भाना २५३, २५६, २८६ गार्ग्य (गोत्र) ३१७ गिल्ड २२६, २७२ गुजराती भाषा १४१, २६२ गुणवैचित्र्य ४०१ गुणस्थान (चौदह) ३६२ ६११ गुप्तकाल ८४, ८६, ११८: १२५, १२६, १४०, २७६, २७७, २६०, २६६, ३१४, ३१८ गुप्तकालीन अर्थव्यवस्था २४० गुप्तकालीन नारी ४६५ गुप्तकालीन शासनव्यवस्था १०६, २७६, २७७, ५१३ गुप्तचर ७७, ८६, १०४, १२१, १२२, २२५ गुप्त साम्राज्य ६६, १४८, १८६, ५१२, ५१३ गुप्तियाँ ३२८ मनोगुप्ति ३२८, वचन गुप्ति ३२८, काय गुप्ति ३२८, चारित्र गुप्ति ३६०

Loading...

Page Navigation
1 ... 643 644 645 646 647 648 649 650 651 652 653 654 655 656 657 658 659 660 661 662 663 664 665 666 667 668 669 670 671 672 673 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720