Book Title: Jain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Author(s): Mohan Chand
Publisher: Eastern Book Linkers
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विषयानुक्रमणिका
उपभोग २४०, का विकेन्द्री- परिभाषा २६१, पांच सौ ग्रामों करण १६७, १९८, ५०८, का के उपजीव्य २६१, व्यापार के वितरण २४०, का हस्तान्तरण केन्द्र २६१, जिले के केन्द्र स्थान १९७, १८, २४०, ५०८, २६१ राजाओं के भूमिवाचक विशेषण मण्डन गृह (सज्जा गृह) २५२
मरिणकार २०४ मृत्यवर्ग ३१६
मण्डलपति (पद) ११६ भेद (नीति) ७५, ७६, ७७, ७६, मण्डलेश (पद) ११६, १२०
८०, ८१, ८२, १५०, १५१, मण्डलेश्वर (पद) ८६, ८३, ११६ १५२, १५३
मतिज्ञान ३८२ भोक्ता ३६५ भोग भूमि ३५७, ३५८, ५११
इसके अनन्त भेद ३६२
मदिरापान ३२, ३३, ४६, ५३, ८१ भोजक १२३ २३४ भोजनालय १६१
. १६२, २९५, २६६, ३११, भौगोलिक विभाजन ५१०-५१४
३८०,४७८-४८० पौराणिक भूगोल ५१०-५११,
मदिरा पान का सामान्य प्रचलन बौद्धयुगीन सोलह महाजनपद
२६५. स्त्रियों द्वारा मदिरापान ५१२, मौर्य युगीन पंचचक्र ५१२,
२९५, सैनिकों द्वारा मदिरा गुप्तयुगीन छह प्रशासकीय
सेवन २९६, इसकी निन्दा, इकाइयां ५१३, मध्यकालीन २६६, इसके सेवन से कामुकता देश-विभाजन ५१३-५१४
में वृद्धि २६५, ४७.-४८०, भौतिक दर्शन ४०६
मधुशाला गोष्ठियों में इसका भौतिक वादियों के स्त्री-विचार
विशेष प्रायोजन ४६, ५३, ५७, ४७१
मदिरापान के लक्षण ४७६भौतिकवादी ४७१
४८० भोतिक संस्कृति १०
मद्य निर्माण (व्यवसाय) २३६ भष्ट विक्रेता २३१
मधुपान गोष्ठी ३३, ५५, ५७, ५६, भ्रान्त ज्ञान ३८५
१२६ मइहर १२७, १२८
मध्यकालीन अर्थव्यवस्था १६४,१६५ मछुए २३३ पा० मठ (शिक्षा केन्द्र) ४०६
मध्यकालीन नारी ४६७-४७३ मडम्ब १६६, २४२, २४३, २५२, ।
स्मृति कालीन आचार संहिता २६१, २८०, ३११
से संक्रमण ४६७, सामन्तवादी

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