Book Title: Jain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Author(s): Mohan Chand
Publisher: Eastern Book Linkers

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Page 714
________________ ७२ ६८० जैन संस्कृत महाकाव्यों में भारतीय समाज कुकुम लेप ३०१, (हथेली पर) स्त्री तथा अर्थचेतना ४७२, ४८३ केश सज्जा ३०० स्त्री तथा परराष्ट्र नीति ४६६, ४७० चन्दन तिलक (मस्तक पर) ३०१ स्त्री तथा मदिरापान ४७८-४८० चन्दन लेप (शरीर पर) ३०० स्त्री तीर्थङ्कर ४६३ चित्रकारी (कपोलों पर) ३०० स्त्री-दार्शनिक क्षेत्र में ४७१-४७२ पत्रावली ३०० स्त्री दासता ४५९.४६७ पुष्पमाला २१५, ३०० . स्त्री दोहद ४८१ मकरी का चिह्न ३०१ स्त्री-धार्मिक क्षेत्र में ४७०-४७१ यावक/लाक्षारस (लेप) १०५, स्त्री-पुरुषायत्त ४५६ १८२, ३०१ . स्त्री भोग विलास ५३, १०६, ४६८. रक्त कन्द केशर (लेप) ३०१ सौराष्ट्र के वस्त्र २९७ स्त्री मुक्ति का निषेध ४६३ स्कन्धावार (नगर) ३३, २८५ स्त्री-मोहनीय कर्मों का कारण ५०६ स्त्रियां-उच्चवर्ग की ३१२, ४७३ । स्त्री-राजनैतिक क्षेत्र में ४६६.४७० स्त्रियां-निम्न वर्ग की ४६१, ४६३, स्त्री व्यभिचार १०५, ३८०, ४६४ ४७३ स्त्री समर्थक विचारक ४६५-४६७ स्त्रियां-राजकुल की १५८ कालिदास ४६४, ४६५, भवस्त्रियों का राजनैतिक प्रयोग ४६६, भूति ४६६, ४६७, वराह४७० . मिहिर ४६६, ४६७ स्त्रियों के वस्त्र २६७-३००, ३१२ स्त्री-सार्वजनिक उपभोग वस्तु ४६१ स्त्रियों को वरचयन का अधिकार स्त्री सेविका ४७३ ४७५ . स्त्री सौन्दर्य १६१, ३६६, ४६७, स्त्रियों द्वारा दीक्षा. ४६०, ४७२ . ४६८ स्त्री १२, ३३, ३५, १०२, २४०, स्थानीय २७२, २८०, २८२ ४५८-५०६ स्थावर जीव ३६२ स्त्री (रत्न) १९४ स्थितिबन्ध ३६० स्त्री-प्रार्थिक क्षेत्र में ४७२-४७३ स्थिर यंत्र आयुध १६८ स्त्री उत्पीडन ४६४, ४६५ स्थूल (पदार्थ) ३८७ स्त्री कर्मचारी १२४ स्थू ल-स्थ ल ३८७ स्त्री का परिवार में स्थान ४७३- स्थ ल-सूक्ष्म ३८८ ४७८ चक्षुग्राह्य पदार्थ ३८८ स्त्री का राजनैतिक प्रयोग ५०८ स्नपनाचार्य ३३४ स्त्री-कुटुम्ब की मुखिया ४५८ स्पर्शेन्द्रिय ३८८

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