Book Title: Jain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Author(s): Mohan Chand
Publisher: Eastern Book Linkers

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Page 643
________________ fararasafoet खण्डन- मण्डन प्रवृत्ति ४०६ खनिक ( खान-मजदूर ) २३४, २५७ खनिज उत्पादन १६२, २२४ खरकर्म २३८ खरोष्टी लिपि २७३ खट २६२, २०१ नदी के तीरस्थग्राम २६२, इसमें दो सौ ग्रामों की स्थिति २६२, श्राखेटकों/भृत्यों का निवास २६२ खखंड २६२ खलिहान २१०, २५४. खाद्य-पेय पदार्थ १५६; १८६, १६२, . २३४, २४२, २६२-२६६, ३२१ ३८७ प्रन्स् (भात) २२ . अपूप - मुद्ग (मूंग का मालपूना) #9 २६३ प्रपूपिका : ( मालपूना ) ३११ अरिष्ट (मदिरा) २१६, २६५ इरिका (पूरी ) १६१, २३४, २ε३, २ε४, ३११ : इक्षुरस ३३६, ३६८ प्रोदन (भात) २६२, ३११ प्रोविक ( मिष्टान्न ) २६४ मक्खन- दूध से बनी मिठाइयां २६४. करम्भक 3 (दही वाला सत्तु) २२, ३११ कादम्बरी (मदिरा) २१६, २६५ कीलाट ( मिष्टान्न) २६४ ६०६ फटे दूध से बनी मिठाइयाँ २६४, कौद्रवोदन ( कोदो का भात) २६२ क्वथिका ( कढ़ी) २६३, ३११ क्षेरेय ( मिष्टान्न ) २६४ दूध से बनी, मिठाइयाँ २९४ २६२, २६३, खाण्ड : २१२, ३३६, ३३६ खाण्ड मण्डक २६२ खाण्ड-मण्डिका २ε३ खांड-माण्डा (खांड-रोटी ) २६२ खाद्य (खाजा) २६३, ३११ गुड २१२, २३२, २५६, २५६, २६१, ३६६ गोमांस २६४. घृत/ घी २२१, २३२, २३५, ३१६, ३३१, ३३३, ३३६, ३३६. ३८.७. तक्र २३१ तीमन ( कढ़ी) २६३, ३११ तेल २३६, ३२७, ३८७ दधि / दही २२१, २३१, २३५, ३१६, ६८ ३३३, ३३६, ३३९ दाधिक ( मिष्टान्न) २९४ दही से २६४ बनी मिठाइयां दुग्ध / दूध २३१, ३१६, ३६८, ३८७, ३३३, ३३६, ३३६१ पट (पापड) २६३, ३११ चावलों / मदरों से बने पापड़ २६३ पशुद्मों का मांस २६४

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