Book Title: Jain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Author(s): Mohan Chand
Publisher: Eastern Book Linkers
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नामानुक्रमणिका
नेमिचन्द्र शास्त्री ४५, ५०, ५२-५४, पर्पट (महामात्य) ५३ ५७, ११७. १५५, ४५७, पवनगति (राजा) ४९५
पाणिनि १३४, २७१, २७२, २९., नेमिनिर्वाण ४६, ४८ ५६, ५७, ४३०, ५३७ .
११७, २४७,२५०,३०७,३०८, पार्वती ३६४, ३६५, ३८४, ३८६, ४७.८
पार्श्वनाथचरित ४५, ४८, ५४, नैषध महाकाव्य ४१
-५६, १०६, १०८, ४०९, ४१. न्यायकुमुदचन्द्र ५६.
४५२, ४७७
. पउमचरिउ ४४
पी. ए. सोरोकिन ४, ५, ८, १०, पंचसंग्रह ३५४ पतंजलि ४७
पी. के. मजूमदार १५५, १७६-१७८, पदचन्द्रिकाकोष २८४, २८५
१८४, १८६ . पद्मगुप्त ४७
पी. वी. काणे १४, ६५, ७२, १२८ पद्मचरित २७, ३६, ४४, ३१६, पी. सी. चक्रवर्ती १५५
पी. सी. धर्मा २६७ पद्मनाभ ८५, ९६, १३०, १५२, पुरुभूति (मंत्री), ८३ १५३, ५०७
पुरुषार्थसिन्युपाय ३२५ पद्मपुराण ४२ . ... पुलकेशी (द्वितीय) १५५, ३२२ पद्मानन्द ४७, ४७, ५६,६०,१०२, पुष्पदन्त १३०, १३१
११२, १९५, १९८, २००, पथ्वीराज (प्रथम) १४३, १४४ . २०२, २०३, २०६, २०६, पृथ्वीराज (द्वितीय) १४३, १४४ ।
२१५, २२६, २२८, २२६, पृथ्वीराज (तृतीय) १४४ २३३, २५७, २६३, ३००, पृथ्वीराज चौहान ५३७ । ३०३, ३०६, ३०८, ३३२, पृथ्वीराजविजय १४२, १४३ ३४१, ३५६, ३८१ ३९८, पैराडाइज लॉस्ट ३८ ४०१, ४२८, ४.१, ४४१, प्रतापराज (राजा) ४८९ ४४३, ४४५, ४४६, ४४७, प्रद्युम्न (राजकुमार) ५३, ..६१).
४५०, ४५१, ४६७, ४६६. ४९४ । पन्नालाल जैन २५७ .. . प्रद्युम्नचरित ४५, ४८, ५३, ८९, परिशिष्टपर्व ४९, ९०, १.०४, ९१, १८७, २४७, ३२३,
१०७, १२३, २२६, ३६., ३६२, ४७४, ४७६, ४९३, - ४१३, ४७८, ४८१,४८२,४६२ ४६४, ४९६, ५०७

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