Book Title: Jain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Author(s): Mohan Chand
Publisher: Eastern Book Linkers

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Page 606
________________ ५७२ . जैन संस्कृत महाकाव्यों में भारतीय समाज प्रधुम्नानन्द ४७ , बृहत्संहिता ४६६ प्रबन्धचिन्तामणि ३४७ बृहस्पति ६८ प्रभव १०४ . .. .. बृहस्पतिस्मृति १३, २७६, २८७ . प्रभाकरवधन ४०४ बोसांक्वेट ६६ प्रभाचन्द्र ५६,४७२ बोधायनधर्मसूत्र १३, ४५६ प्रभावकचरित ९१ . • ब्रह्मपुराण ५३७ प्रमेयकमलमार्तण्ड ५६, ४७२। ब्रह्मसूत्र ३७६ प्रमेयरस्नमञ्जूषा २६१, २६३ ब्राह्मी ४६३ प्रवरसेन (द्वितीय) २५६ भगवतशरण उपाध्याय २५ प्रसेनजित २७८ भगवतीसूत्र ५१२ प्रह्लाद १४३, १४४ भगीरथ (राजा) ३७४ फाहान ४१८ भट्टि ४२८, ४३५ फिरोजशाह तुगलक ६३. भरत चक्रवर्ती १५५, १९६ बकुलेश (राजा) ५०५ । भरत (मंत्री) १३१ बलि (राजा) ३७२, ५३३ .. भरत मुनि १६ बाजबहादुर २८७ भवभूति २७, ४१५, ४६७ बाणभट्ट २७, ४३, . ४६, ८५, भानु (राजकुमार) ४६४ . १३८, १५५, ४२८, ४८४ । भानुगप्त २२६ बाबर १८२ भामह २६, ३२, ४१.. बालचन्द्र सूरि ४७, ४८, ६१, ६२ . भामतीटीका ३७८ बाल्लस १४३ भारतानन्द ४७ बाल्हण १४४ भारवि २७, २८, ४१, ५३, ५६, बिम्बसार २३१ ___६३, १८५, ४२८, ४३५, बियोवुल्फ ३८ ४५७ बिल्हण ४७ भास २७ बुक प्रॉफ हाइपॉथीसिस १८३ . . भीम.१४३, १४५ बुद्धचरित २७, २९, ३६, ४४, ५१,. भीम (द्वितीय) १४४ भीमदेव ६०, १४४ बुषभूषण ७१ . मग ऋषि ५३४ . . बृहत्कथाकोश १३१, १३२ . भोज ५२ बृहत्कल्पसूत्रभाष्य १२६, ५११, भोजदेव ३२, ३३ ५१२ . . मंगलकुम्भ (राजकुमार) ५०१ .

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