Book Title: Jain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Author(s): Mohan Chand
Publisher: Eastern Book Linkers

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Page 614
________________ ५८० जैन संस्कृत महाकाव्यों में भारतीय समाज आयरलैण्ड ३६, ३७ पारिष्टिय ५३८ आर्यावर्त ५१२ प्रासाम ५१३, ५२५, ५३२,५३३ इंग्लैण्ड ३६, ३८ इन्डस नदी ५२१ इन्द्रप्रस्थ ५२६, ५३७ इन्द्रव ५३८ इन्द्रावती नदी ५३० इलाहाबाद २७२, ५२६ इषुकार गिरि ५१७ उग्रसेन पुरी ५३० उज्जयन्तपर्वत (जैन तीर्थ) ३३६, ३४३, ३४४, ३४६, ३७३, ३७५, ५१४ उज्जयिनी/उज्जैन ३२२,५२१,५२३, ५३६, ५३८ उड़ीसा ५१६, ५२३, ५३०, ५३१ उढ़ (उड/प्रौढ़) ५३१ उत्तमपुर ५३८ उत्तरकुरु ५११, ५३० उत्तरकोशल ५२२, ५२३ उत्तरप्रदेश १४०, २०८, ५३३ उत्तरापथ २३०, ५१२ उत्तरी भारत २७७ उरगपुर (राजधानी) ५३५ उशीनरपर्वत ५१६ ऋक्षपर्वत ५१५ ऋजकूला नदी ५२० ऋष्यक ५३८ एटा जिला ५२६ एलोरा, २८ ऐहोल ३२२ प्रोदुम्बर ५३८ कच्छ ५२६, ५३३ कच्छक ५३८ कच्छप्रान्त १०६ पा० कच्छमण्डल १०६ पा० कटिक ५३८ कण्हेरी (निगम) २८६ कनारा ५३८ कन्दहर ५२८ कन्या कुमारी/कुमारी तीर्थ ३७३, ३७४ करगुदरि ११६ करनाल ५१८ करनल जिला ३७५ करहाटक निगम २७३ कर्कोटक ६६ कर्ण सुवर्ण (प. बंगाल) ५२५ कर्णाटक (कर्नाटक) ४६-५१, १०६, २०५, २१२, ३१५, ३२२, ३३४, ३७०, ४३१, ४६६, ५२७, ५२८ कलकत्ता ५१८ कलिङ्ग ५०४, ५१२, ५३० कल्याण (राजधानी) ५३४ कल्यान (निगम) २८६ कल्ला पुरी ५३८ कस्तवर ५३२ काकन्दि ५३८ कांगड़ा ५३१ कांची २३०, ३२२, ५३०, ५३५ कांजिवरम् ५३५ काठमाण्डु ५३७

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