Book Title: Jain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Author(s): Mohan Chand
Publisher: Eastern Book Linkers

View full book text
Previous | Next

Page 622
________________ ५८८ विजय नगर ५२८ विजयापर्यंत ५१७ वितस्ता ५३२ विदर्भ ५२२, ५२७ विदिशा ५३६ विवेह क्षेत्र ५१२, ५२०, ५२८ विनीता ५३९ विन्ध्यपुर ५३६ विन्ध्याचल पर्वत ५१६, ५२३, ५२६ विपुलपुर ५३६ विमलगिरि ५१४ विष्णु कांची ३२२ वृजि ५१२ वेत्रवती नदी ५२६ वेल (पर्वत) ५१७ वैतरणी नदी ५३० वैद्यनाथ ३४५, ३४७ जैन संस्कृत महाकाव्यों में भारतीय समाज शिवकांची ३२२ शीतोदा नदी ५२२ शूरसेन देश ५१२, ५२५, ५३६ प्रस्थ पर्वत ५१६ शोरण (स्वर्णवती) नदी ५२१ शोणितपुर ५३६ शीयं पुरी ५३६ श्रवणबेलगोला ५४ शाख्य ५३६ शाण्डिवय ५३६ शारावती नदी ५२१ शालातुरीय ५३६ शाल्यपर्वत ५१६ शिखावल ५३६ ५:४-५१६, शकदेश ५२६, ५३० शकद्वीप ५२०, ५३० शक्तिमत ( शुक्तिमान् ) पर्वत ५१६ खोया तीर्थ ३७३ शत्रुजय पर्वत (जैन तीर्थं ) ३४२३४५, ३४७, ३७३, ५५४ शाकम्भारी ( शाकम्भरी ) १४३, ५३५ श्रावस्ती ५३६ श्री श्राश्रम पत्तन ५३६ श्रीकण्ठ देश ५२४ श्रीनगर ५२५ श्रीपर्वत तीर्थ ३७३, ३७५, ५१८ श्रीपुर ५३६ श्रीरङ्गम् ५२८ श्रीविशाल ५३९ श्रीशैल पर्वत ३४४, ५१८ श्वभ्रवती नदी ५२२ श्वेतपत्रा ५३६ श्वेतविका ५३६ सङ्गमखटक २५६ सतपुड़ा (पर्वतश्रेणी) ५१८ सत्यपुर ३४६ सत्यपुर मण्डल १०६ पा० सन्खड़ा २५६ सन्तल परगना ५२४ सपादलक्षदेश ५३५ समतट (पूर्वी बंगाल ) ५२५ समृद्धिपुरी ४८६, ५३६ सम्भारदेश ५३५ सम्मेदाचल (पर्वत) ५१७ सरयू नदी ५१८, ५२४

Loading...

Page Navigation
1 ... 620 621 622 623 624 625 626 627 628 629 630 631 632 633 634 635 636 637 638 639 640 641 642 643 644 645 646 647 648 649 650 651 652 653 654 655 656 657 658 659 660 661 662 663 664 665 666 667 668 669 670 671 672 673 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720