Book Title: Jain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Author(s): Mohan Chand
Publisher: Eastern Book Linkers

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Page 608
________________ ५७४ याज्ञवल्क्यस्मृति १३, २८८ युक्तिकल्पतरु १२४ युद्धकाण्ड (रामायण) ७१ युवाङ्ग च्वांग १५५ रघुनाथ भास्कर गोडबोले ५२५ रघुवंश ३०, ३१, ३६, ४०, ५३, ८५, १३०, १७८, ३०७ रन्न (जैन कवि ) ३२३, रतिपाल ८१, ११८ रविषेण २७, ३६, ४४, ३१५, ३१६-३२१ राघवपाण्डवीय ५२ राजतरंगिणी ४७ जैन संस्कृत महाकाव्यों में भारतीय समाज ललिता देवी (रानी) ३४६ ललितेश्वर (राजा) 8८ लावण्यप्रसाद (राजा) १०४ लीलावती १४५ लेखपद्धति २९१ लोपामुद्रा ४९४ ल्यूडसं २६१ वप्पैराज १४४ वप्रराज १४३ वरदत्त (मुनि) ३६२ वराङ्ग (राजकुमार) ५१, ८६-६१, १०६, २५१, ३६२, ३६६, ३६७, ४७०, ४७५, ४८३, ४८६, ४८७-४८६, ४६३. ५०४, ५०७ वराङ्गचरित ३६, ४१, ४४, ४५, ५०, ५१, ७४-७७, ८३, ८५, ८६-६१,६५,९६, १०१, १०४, १०६, १०७, ११४, ११८, १४९, १५१, १५८, १५, १६५-१६७, १७२- १७४ १०, १६, १८, २००, २२८, २०१, २०५, २२५, २३१, २३३, २४५, २५१, २५२, २६४, ३००, ३०३, ३१०, ३१५, ३१६-३१८, ३३६, ३२१, ३२४, ३३७, ३४०, ३४१, ३४८, ३४६, ३५२, ३५५, ३५८-३६४, ३६६,३६८-३७१, ३७४, ३७६, ३८१-३८३, ३८७, ३८८, ३६५, ३६६, ३६६, ४१२, ४१५ राजधर्म कौस्तुभ २८७ राधाकुमुद मुकर्जी २७४, ४५५ राम ३६, ४७ राम (राजा) १४३ रामचन्द्र (कवि ) ४७ रामबल ५४ राम (वाल्मीकि) १२, २७, २६ ३२, ३८, ३९, ५३, १८०, : १८३, २६४, २६६-२७०, २७२, २६०, ४१८, ५१०, ५२०, ५३.७ रामाश्रय शर्मा २६६ राहुल सांकृत्यायन २७८ ofernt (राजकुमारी) ४७६, ४९३ ५०७ रुद्रट ३२-३४, ४१, ४२ रुद्रदामन् २५७, २६८, २६६ लक्षरणप्रकाश १७४, १७५ लक्ष्मणा (राजकुमारी) ४६०

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