________________
५५८
जैन संस्कृत महाकाव्यों में भारतीय समाज
मुनि नथमल, जैन दर्शन, मनन और मीमांसा, राजस्थान, १९७३ मुनि सुशील कुमार, प्राचीन जैनाचार्यों का संस्कृत साहित्य को योगदान, (विश्व
संस्कृत सम्मेलन के अवसर पर दिया गया भाषण), दिल्ली, १९७२ मोती चन्द्र, प्राचीन भारतीय वेशभूषा, प्रयाग, सं० २००७ मोहनलाल महतो वियोगी, जातक कालीन भारतीय संस्कृति, पटना १९५८ रघुनाथ भास्कर गौडबोले, श्री भारतवर्षीय प्राचीन ऐतिहासिक कोश, पूना १६२८ रमेश चन्द्र गुप्त, प्रधान सम्पा० आस्था और चिन्तन, (प्राचार्य रत्न श्री देशभूषण
जी महाराज अभिनन्दन ग्रन्थ) दिल्ली, १९८७ रमेशचन्द्र मजूमदार, प्राचीन भारत में संघटित जीवन, सागर, १९६८ राज नारायण पाण्डेय, महाकवि पुष्प दन्त, जयपुर, १९६८ राजवंश सहाय हीरा, भारतीय साहित्यशास्त्र कोश, पटना, १९७३ रामनाथ शर्मा, समाजशास्त्र के सिद्धान्त, भाग २, मेरठ, १९६८ रामशरण शर्मा, भारतीय सामन्तवाद, अनु० आदित्य नारायण सिंह, दिल्ली,
१६७३ लक्ष्मी शंकर व्यास, महान चौलुक्य कुमारपाल, काशी, १९६२ वाचस्पति गैरोला, संस्कृत साहित्य का इतिहास, वाराणसी, १९६० वासुदेव उपाध्याय, गुप्त साम्राज्य का इतिहास, (द्वितीय खण्ड), इलाहाबाद, १९५२ वासुदेव शरण अग्रवाल, पाणिनिकालीन भारतवर्ष, काशी, सं० २०१२
- - -, हर्षचरित एक सांस्कृतिक अध्ययन, पटना, १९६४ विजयेन्द्र कुमार माथुर, ऐतिहासिक स्थानावली, नई दिल्ली, १९६६ विश्वनाथ वर्मा, राजनीति और दर्शन पटना, १९५६ विश्वबन्धु, सम्पा०, चतुर्वेद वैयाकरण पदसूची, दो भाग, होशियारपुर, १९६०-६३ शम्भूरत्न त्रिपाठी, समाजशास्त्रीय विश्वकोष, कानपुर, १६६० श्यामलाल पाण्डेय, भारतीय राजशास्त्र प्रणेता, लखनऊ, १६६४ श्यामशंकर दीक्षित, तेरहवीं चौदहवीं शताब्दी के जैन संस्कृत महाकाव्य, जयपुर,
१९६६ सत्यकेतु विद्यालङ्कार, प्राचीन भारतीय शासन व्यवस्था और राजशास्त्र, मसूरी,
१९६८ ---, राजनीतिशास्त्र, मसूरी, १९६८ सत्यनारायण मोटूरि, प्रधान सम्पा०, विश्वज्ञान संहिता, भाग १, (सामाजिक
विज्ञान), मद्रास, सर्वानन्द पाठक, विष्णु पुराण का भारत, वाराणसी, १९६७ सुखलाल, तत्त्वार्थसूत्र, बनारस, १९५२ सुषमा कुलश्रेष्ठ, कालिदास साहित्य एवं वादनकला, दिल्ली, १९८६ हजारी प्रसाद द्विवेदी, विचार और वितक, साहित्य भवन, इलाहाबाद, १९५४