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xxxii • पारिभाषिक शब्दावली
131. सचेल 132. समिति 133. सस्सतनाद
134. सामाचारी 135. साहुणी 136. सेह
व्यक्ति स्नातक है। : सवस्त्रा : सम्यक् प्रवर्तन की विधि। : शाश्वतवाद। आत्मा को शाश्वत माने वाले दर्शन जैसे
वेदान्त। : जैन संघ के विधि नियमों के अनुसार विशिष्ट जीवनचर्या। : साध्वी। : सार्धविहारी, प्रशिक्षु, संघ में नव प्रविष्ट श्रमण जो परिवीक्षा
पर हो। : जीवन के अन्त समय में किया जाने वाला तपाचार। जैन
परम्परा में यह एक प्रकार का समाधिमरण है अर्थात व्रत, उपवास, अनशन करते हुए निर्जल रहते हुए काया
त्यागना। इसे पंडितमरण भी कहते हैं। : जातीय अतिचार। : जैन देवसेना की पदाति सेना का सेनापति देव जिसने ब्राह्मणी देवनन्दा के गर्भ से महावीर का भ्रूण क्षत्रियाणी त्रिशला के गर्भ में स्थानान्तरित किया। ऐसा कल्पसूत्र का विवरण है, श्वेताम्बरीय मान्यता है।
137. संलेखना
138. संयोजन 139. हरिणेगमेषी