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भालो
। २०४ )
भोषियो
भाली-पु० [सं० भल्ल तीखी नोक या नुकीले फल वाला एक | भावत-क्रि० वि० अचानक, सहसा । लंबा शस्त्र । बरछा, नेजा।
भावन-स्त्री० १ एक लोक गीत । २ एक राजस्थानी छन्द । भाव-पु० [सं०] १ अस्तित्व, सत्ता। २ अवस्था, दशा, हालत ।। ३ रुचि, पसंद । ४ देखो 'भावना' ।
३ श्रद्धा, भक्ति। ४ विश्वास, दृढ़मत । ५ कल्पना, भावना। भावना-स्त्री० [सं०] १ चित्त या मन का एक संस्कार, विचार, .६ मन का विचार, खयाल । ७ स्वभाव प्रकृति । खयाल, कल्पना । २ श्रद्धा, भक्ति, प्रेम । ३ इच्छा, कामना । ८ मानसिक स्थिति । ९ चित्त. मन। १० पद, प्रोहदा। ४ ध्यान, चितन । ५ उत्पत्ति, प्रादुर्भाव । ६ प्रौषधि बनाने ११ पाचरण । १२ तरह, प्रकार । १३ प्रेम, अनुराग । की एक विधि । ७ शक्ति, बल । ८ स्थान, गुंजाइश । १४ हाव-भाव,चेष्टाएँ। १५ सम्मान, इज्जत । १६ चोंचला, भावनामयसरीर-पु० सांख्य के अनुसार मृत्यु से पूर्व मनुष्य नखरा । १७ प्रतीति, आभास । १८ प्रवृत्ति । १६ लक्ष्य, द्वारा धारण किया जाने वाला शरीर । उद्देश्य । २० कार्य, क्रिया । २१ ढंग:तरीका । २२ प्रात्मा। भावनी-स्त्री० पार्वती। २३ जन्म, पंदाइश । २४ योनि, भग । २५ रति क्रिया। भावपरिग्रह-पु० [सं०] मनुष्य की धन संग्रह की अभिलाषा। २६ प्रभाव प्रकोप । २७ प्राशय, अर्थ । २८ सारांश। भावप्रधान-वि० भावों की प्रधानता वाला । २६ सांख्य के अनुसार छः भावों से युक्त पदार्थ । | भावभकात (भक्ति, भगत, भगति, भगती)-स्त्री० [सं० भाव३० वैशेषिक के अनुसार छः पदार्थ । ३१ सांख्य के भक्ति १ प्रादर, सत्कार। २ ईश-प्रार्थना । अनुसार बुद्धि तत्त्व का कार्य । ३२ वस्तु का मूल्य, दर । | भावमम-पु० [सं० भा+मन] पुद्गलों से उत्पन्न ज्ञान । ३३ व्यापारिक वस्तुओं की दर । ३४ साहित्य में मानसिक | भावरी-पु० गेहूँ के साथ होने वाला एक घास । प्रवस्थानों का व्यंजक तत्व । ३५ नायका के यौवनावस्था भावळी-स्त्री० चाही खेती की एक मावा । में उद्भूत २८ अलंकारों में से एक । ३६ संगीत में पांचवा भाववाचक, माक्वाच्य-स्त्री० व्याकरण में क्रिया या संज्ञा अंग। ३७ जन्म कुण्डली में ग्रहों की १२ स्थितियों में से एक । ३८ ज्योतिष में जन्म समय का लग्न। ३९ उद्देश्य, भावविकार-पु० यास्क के अनुसार जीव में होने वाले छः हेतु । ४० कामना, वासना । ४१ कर्मों के उदय, क्षय, विकार। क्षयोपशम या उपशम से होने वाले प्रात्मा के परिणामों के | भावव्यजक-वि० भाव प्रगट करने वाला। नाम। ४२ वस्तु का गुण या स्वभाव । ४३ किसी देवता | | भावसबळता-पु. एक प्रकार का अलंकार । का प्रसाद । ४४ विद्वान । ४५ शरीर में किसी देवता की | भावहिंसा-स्त्री० हिंसक वृत्ति या भावना ।" उपस्थिति की दशा । ४६ एक गोत विशेष ।
भावांतर -पु० बिचार परिवर्तन। भावई, भावइ-देखो 'भाव' ।
भावाभाव-पु. १ भावों का प्रभाव । २ उत्पत्ति, लय मोर भावक-पु० [सं०] १ कुशल, मंगल । २ भक्त । ३ किंचित, नाश। थोड़ा । ४ देखो 'भावुक' ।
भावाभास-पु० एक अलंकार विशेष । भावगम्य-वि० [सं०] भावों के द्वाग जाना जा सकने वाला। भावारच-पु० ग्राशय. तात्पर्य । । भावड़, भावड़वा-देखो 'भावट'।
भावारस-पु. तीन लघु मात्रा का नाम । भावज, भावजड़ी, भावण्या-स्त्री० बड़े भाई की स्त्री, भाभी। भावास्रित-पु. एक प्रकार का नृत्य । -वि. मावों पर भावट, भावठ (ठि: ठी)-स्त्री० [सं० भावट] १ अभिलाषा, । आधारित ।
इच्छा । २ भूव । ३ दिल का भाव, भावना । ४ शौक, भावि-देखो ‘भावी'। चाव । ५ कष्ट, दुःख, तकलीफ । ६ धोखा, चालाकी। भाविक-पु. १ मावी घटना का अनुमान । २ एक प्रलकार ७ उपाधि, जंजाल । -वि० मन वांछित, इच्छित ।
विशेष । -वि. १ भाव का, भाव संबंधी। २ भावों भावरण-स्त्री० इच्छा, रुचि, चाह। -वि० सुहावना, रुचिकर, | का ज्ञाता, मर्मज्ञ । ३असली, वास्तविक । ४ प्राकृतिक, मनभावता।
नैसगिक । ५ भविष्य में होने वाला । भावरणी-वि० १ सुन्दर, मनोहर । २ रुचिकर, सुहावना। भाविजोग, भाविजोगि-देखो 'भावीजोग'। ३ प्रिय।
भावित-वि० १ विचारा या सोचा हुना । २ मिलाया हुआ, भावरणौ (यो)-क्रि० १ अच्छा या रुचिकर लगना । २ प्रिय | __मिश्रित । ३ शुद्ध किया हुआ । ४ सुवासित । ५ किसी
लगना, पसंद पाना । ३ सुन्दर लगना । ४ खाया जा रस की भावना से युक्त । सकना। ५ खाने में ठीक लगना ।
- मावियो-पु. रसयुक्त, मिला हुमा ।
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