________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
सैंजोड़
सेंसकार
सेंजोड़-पु०.दम्पति । -वि० १ जोड़ सहित । २ समान, सदृश। संव-स्त्री. १ जान-पहचान, परिचय । २ जानकारी। संजोड़े, संजोई-क्रि०वि० पति या पत्नी के साथ, युग्म से। संदरूप-वि० १ साक्षात्, प्रत्यक्ष, सम्मुख । २ वास्तविक, संजोत, सैजोती-स्त्री० [सं. स-ज्योति] १ जीवात्मा का असली ।-पु. नारियल, श्रीफल ।
परमात्मा से मिलन, ज्योति में ज्योति का मिलना, मोक्ष । | सेवाणी-देखो 'सेनाणी' । २ ज्योतिर्मय, ज्योतियुक्त, प्रकाशमान ।
सैदाणो. सैदान, संवांनो-देखो 'सादियांणो' । संजोर-वि० [फा० शहजोर] बलवान, ताकतवर ।
संदेस-पु० [सं० स्व-देश] १ पपना देश, अपना वतन, स्वदेश । सेंट-पु. सुगंधित द्रव्य, इत्र । ।
२ देखो 'संदेह' । । सैठाइ (6)-स्त्री० १ बलवान व ताकतवर होने की अवस्था या संदेह, संदेही, संदेहे, संदेह-वि० देह के साथ सशरीर, जीवित । __भाव । २ जोरावरी, जबरदस्ती । ३ बल, शक्ति, ताकत। | संदै-देखो 'संदेह' । सैठो, संठो-वि० [सं० साधीष्ठ] (स्त्री० सैठी) १ किसी प्रकार | संदोई-पु. सहदोई नामक एक क्षुप विशेष ।
के भय, त्रास, चिता प्रादि हीन भावनामों से मुक्त, साहस | सेबी-वि० [सं० सधित] (स्त्री० संदी) १ जान-पहचान का, युक्त । २ घाटा, नुकसान प्रादि सहन करने की क्षमता परिचित । २ मेल-मुलाकात व सम्पर्क वाला। वाला । ३ जोश, माक्रोश पादि पर काबू रखने वाला, दृढ़ | संघ-१ देखो 'संद' । २ देखो 'सैध' । विचार वाला, धैर्यवान । ४ सहनशील, सहिष्णु। ५ अपनी सैधरणी-वि० स्वामी, मालिक । -क०वि०१ प्रत्यक्ष, सामने। बात या लक्ष्य पर दृढ़, अडिग । ६ स्वस्थ, तरोताजा।। २ देखो 'संधीणी' । ७ बलवान, शक्तिशाली। ८ मजबूत, पक्का । सावधान, | सैंधव-पु० [सं० सैधवः] १ सिंधु देश का एक घोड़ा विशेष, सचेत । १० सख्त, ठोस । ११ देखो 'सांठी'।
-प्रश्व । २ कोई घोड़ा, अश्व । ३ सेंधा नमक । ४ सिंधु सैरण-देखो 'सैरण।
देश । ५ इस देश का निवासी। ६ वीररस पूर्ण सिंधुराम। सेंणको-देखो 'सैरणी।
-वि० [सं० सैधव] १ सिंधु देश का, सिंधु देश संबंधी। संगप-देखो 'संणप'।
२ समुद्र सम्बन्धी, सामुद्रिक । ३ सिंधु नदी सम्बन्धी। सैणला-स्त्री. वेदा की पुत्री, सैणीदेवी।
सैंधवी-स्त्री०१ सिंधु राग। २ भैरव राग का एक भेद । सैंणाई-स्त्री० १ शहनाई। २ देखो 'सैणप'।
-वि० मिधु देश की। सैंणी-देखो 'संणी'।
संधामुहां-देखो 'सेंदेमूडे'। संगो-देखो 'सैरणो' । (स्त्री० सैणी)
संधौ-मैधौ-वि० परिचित । सैतळ-स्त्री० १ हलवा बनाने के लिए घी में भुना जाने वाला सैध-देखो 'संधव'। __पाटा, मैदा प्रादि । २ देखो 'संतळ'।
| संधी-१ देखो 'सैंदो' । २ देखो 'सेंधो' । (स्त्री० संधी) संताळिस, सैताळी, सैताळीस-वि० [सं० सप्तचत्वारिंशत् | सेंधपणउ-पु. शीघ्रता, स्वरा । • चालीस व सात का योग, छियालीस से एक अधिक । सन-१ देखो संरण' । २ देखो 'सेन'। -पु० चालीस व सात को संख्या, ४७ ।
सैनिका-पु. एक वर्ण वृत्त विशेष । सैताळीसमौ (वौं)-शि० छियालीस के बाद वाला, संतालीस के सैफळ, सैफळियौ, सैफळी-पु० युद्ध, समर। -वि० अस्त्र-शस्त्रों स्थान वाला। -पु० सेंतालीस का वर्ष ।
से सज्जित, योद्धा, वीर । संताळीसेक-वि० सेंतालीम के लगभग ।
सैबळ-देखो 'सेमळ'। सैताळीस-क्रि.वि. सेंतालीस के वर्ष में ।
संभर-१ देखो 'साभर' । २ देखो 'सामरियो'। संताळीसी, सैताळी-पु० सेंतालीस का वर्ष ।
सैंभरियो-देखो 'सांभरियो'। सैतीर, सतीर-देखो 'सहतीर'।
सैभरी-स्त्री०१ सांभर नगर के समीप पहाड़ी पर स्थित देवी संतीस (संत्रीस)-वि० [सं० सप्तत्रिंशत्] तीस और सात का | की मूर्ति, शाकंभरी देवी । २ देखो 'सांभरियो ।
योग, छत्तीस से एक अधिक । -पु. तीस व सात के योग | संमुख, समुखि, सैमुखी-देखो 'सनमुख'। की सख्या, ३७।
संलोट-देखो 'सलोट'। संतीसमों (वौ)-वि० सेंतीस के स्थान वाला, छतीस के बाद | संबो (बो)-देखो 'सेवणो' (बो)। वाला । सेंतीसा।
सैवज-देखो 'सेवा'। सैंती-क्रि०वि० धीरे-धीरे।
संस-१ देखो 'सेस' । २ देखो 'सहस्र' । - संतोसो, संत्रीसो-पु० सेंतीस का वर्ष ।
संसकार-देखो 'संस्कार'।
For Private And Personal Use Only