Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 911
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir हालरि हासक हालरि, हालरियु, हालरियो-पु. १ बच्चा, पुत्र, बेटा। हाळी-चिट्ठी, हाळीचीट्ठी-स्त्री० जागीरदार द्वारा किसान २ बच्चों को सुनाई जाने वाली लोरी । ३ बच्चे का पलना, को, कूमा या खेत जोतने की स्वीकृति के रूप में लिखा झूला । ४ बच्चे को पलने में झुलाने की क्रिया । ५ बच्चे जाने वाला खत। के जन्मोत्सव पर गाया जाने वाला लोकगीत विशेष । हाळीपण (पणी, पौ)-पु० १ 'हाळो' का कार्य, 'हाळो' के रूप ६ एक अन्य लोकगीत । ७ गले में धारण करने का । में नौकरी । २ इस कार्य का पारिश्रमिक । पाभूषण विशेष । हाळी-बाळदी-पु. नौकर-चाकर । हालरी-पु० १ वीररस पूर्ण गायन । २ घोडे के गले का हाळोबोज-स्त्री० वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया जो प्राभूषण विशेष । ३ हाथ के इशारे से बुलाने की क्रिया या किसानों के लिये शुभ दिन माना जाता है । भाव । ४ देखो 'हालरियो। हाळेड, हालेड़-वि० १ गंदे स्थान पर जाने या गंदी चीज खाने हालवद-पु० तंग, तस्मा। का प्रादी (पशु)। २ पवारा, बंधन रहित ।-पु. ऐसा हालवी-पु. रतिक्रीड़ा प्रादि के लिये पाने-जाने की क्रिया पशु जो वस्तु विशेष को खाने के लिये स्थान विशेष पर या भाव। जाने का प्रादी हो। हालहवाल-पु. १ दशा, अवस्था, हाल-चाल । २ समाचार, हाळेती-देखो 'हाळी' । खबर, वृत्तान्त । हालोचालो-पु. हो-हल्ला, शोरगुल, हलचल । हालहुकम (हुकम्म, हुक्म)-पु० हुकूमत, शासन । हालोर-देखो 'हालार'। हाला-स्त्री० [सं०] १ शराब, मदिरा । २ भाटी वंश की एक | हालोहळ, हालोहाल-पु०१ शोरगुल । २ देखो 'हळाहळ' । शाखा । ३ पर, चरण। हाळो, (लो)-प्रत्य० वाला।। हालाइलो (डोई. डोली, डोलो)-पु. १ छोटा-मोटा घरेलू हालौ-पु. १ चलने का संकेत, हाथ का इशारा। २ चाल-चलन कार्य । २ व्यथं का गोरखधधा । व पाचरण-व्यवहार । ३ भाटी वंश की 'हाला' शाखा का हालादोळी-स्त्री० १ प्रार्थना, बंदगी, स्तुति । २ देखो व्यक्ति । 'हालाडोई'। हालौचळ, हालौहळ (हाल)-स्त्री० हलचल । हालार-पु० 'हाला' भाटियों के शासन वाला गुजरात का एक हाल्यो-मोल्यो-वि० तुच्छ, पौछा । प्राचीन प्रदेश। हाव-पु० [सं०] १ संयोग शृगार में नायिका की चेष्टाएँ जो हालाहर-पू०१ यादव या भाटी वंश की 'हाला' शाखा का नायक को प्राकर्षित करती हैं, नाज, नखरा । २ साहित्य ध्यक्ति । २ देखो 'हालार'। में होने वाले ग्यारह हाव । ३ बुलावा, पुकार। ४ प्रेमालाप। हाळाहळ, हालाहल-देखो 'हळाहळ' । हावउ-क्रि० वि० १ ऐसे, इसी तरह। २ जैसे, जिस तरह । हाळि हाळी, हाळीड़ो-देखो 'हाळो' । हावनगह-पु० [फा०] फारसियों के अनुसार प्रात:काल से दोपहालिद्दौ-वि० [सं० हारिद्र] पीत, पोला । -पु० १ पीला रंग। हर तक का पहली नमाज का समय। २ कदंब का वृक्ष, क्षुप। हावभाव-पु० [सं०] १ प्रेमी को आकर्षित करने की, प्रेमिका की हाळियो-देखो हाळी'। चेष्टाएँ, नाज, नखरा। २ नृत्य की मुद्राऐं, चटक-मटक । हाळी (हाली)-पु० [सं० हलिन] १ हल चलाने वाला किसान, ३ प्रभाव । ४ संकेत, भाव । कृषक । २ हल चलाने व कृषि कार्य के लिये रखा जाने हावर-पु. एक प्रकार का वृक्ष । वाला व्यक्ति, नौकर । ३ कृषि कार्य करने वाला मजदूर, हावे, हाव-वि० १ भयभीत, स्तंभित । २ हर्षित, प्रसन्न । श्रमिक । ४ पति, खांविद। (किसान) -वि० १ हांकने | ३ आश्चर्य चकित । ४ किंकर्तव्यविमूढ़, हतप्रभ । वाला, चलाने वाला, चालक । २ लोभी। ३ पापो। हावी-पु० १ भय, प्रातक । २ प्राश्चर्य, अचम्भा । हाली-स्त्री० १ चलने का ढंग, गति, चाल । २ प्राचरण, | हास-पु० [स० हास:] १ हंसने की क्रिया या भाव । २ हंसी, व्यवहार । ३ रहन-सहन का ढंग, चाल-चलन । ४ बूदी मुस्कान । ३ मजाक, विनोद, दिल्लगी, व्यंग। ४ हर्ष, राज्य का प्राचीन सिक्का । -वि० असभ्य, गंवार । खुशी, उल्लास । ५ निदा, अपकीति । ६ किसी का उपहास । हाळीग्रमावस-स्त्री० वैशाख मास की प्रमावस्या। ७ साहित्य में एक रस । -वि. श्वेत । हालीडो-देखो 'हाळो' । हासउ-देखो 'हांसो'। हालीचाली-स्त्री० चाल-चलन, भाचार-व्यवहार, रहन-सहन | हासक-पु० [सं०] १ हंसी-मजाक, विनोद। २ विनोदी व्यक्ति, का ढग। मजाकिया। ३ देखो 'हास'। For Private And Personal Use Only

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