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हुसंकर
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( ९२० )
हतंकर-देखो 'हुतासन'।
हुबोहुब, हुबोहूब-देखो हूबहू' । हुत-पु० [सं०] १ शिव का एक नामान्तर । २ नैवेद्य, प्रसाद । हुब्बकरणो (बौ)-देखो 'ऊबकणों' (बो)।
३ हवन, सामग्री। -वि० १ हवन किया हुमा। होमा | हुब्बणी (बो)-देखो 'हुबणों' (बो)। हुपा । २ पीड़ित, त्रस्त । ३ नष्ट किया हुआ, हत । हुमकरणौ (बो)-क्रि० १ उछलना, कूदना । २पैरों से धक्के ४ ध्वस्त ।
___लगाना, ठेला मारना। २ जोर से दबाना, दबाव डालना। हुतब-देखो 'होतब'।
हुमगणो (बो-देखो 'हुमकणो' (बो)। हृतमक्ख (भक्ष, भख, भुक, भुख, भुज)-पु० [सं० हुतभक्ष, हुत | हुमणी-सर्व० प्रपनी, हमारी। भुज् पग्नि, भाग।
हुमणी-देखो 'हमणों' । (स्त्री० हुमणी) हुतळ-स्त्रो० पृथ्वी, धरती, भूमि ।
हुमा-स्त्री० [फा०] एक प्रकार का कल्पित पक्षी। हुतवह-स्त्री० [सं०] अग्नि, प्राग ।
हुमाऊ, हुमायु (यू)-पु० [फा० हुमायू] बादशाह अकबर का हुतसेस-स्त्री० [स. हुतशेष] हवन की अवशिष्ट बची सामग्री।
पिता। हुतां, हता-क्रि०वि० १ 'होना' का भूतकालिक रूप, था, थे।
हुमेल-देखो 'हमेल'। २ होते हुए, होकर के । ३ से ।
हुरम-देखो हरम'। हुताग्नि-स्त्री० [सं०] १ यज्ञ या हवन की अग्नि । २ जिसने
हुरकरिणयो-पु० वेश्यानों का दलाल । हवन किया हो, पग्निहोत्री। हुतास, हुतासरण (णि, णी)-स्त्री० [सं० हुत-प्रशन:] १ अग्नि,
हुरकणी (नी)-स्त्री० [सं० हुडुकिनी] हिन्दू वेश्यामों का एक भाग । २ तीन प्रकार की अग्नियों में से एक । ३ शिव की
वगं व इस वर्ग की वेश्या । एक उपाधि । ४ फलित ज्योतिष में वार व तिथि संबंधी |
हरकिया-स्त्रो० गाने-बजाने का व्यवसाय करने वाली एक योगों में से पांचवां योग ।
जाति । हुतासणी-पूनम-स्त्री० फाल्गुन मास की पूणिमा ।
हरकियो-पु० उक्त जाति का व्यक्ति। हुतासन, हुतासनि (नी)-देखो 'हतासरण'।
हुरखणों (बो)-देखो 'हरसणो' (बो)। हुती-क्रि०वि० १ थी। २ से । ३ होते हुए।
हुरड़ा-पु. चौहान क्षत्रियों को एक शाखा । हुतोज, हुतो-क्रि०वि० 'है' का भूतकालिक रूप था।
हुरड़ाई-स्त्री० उत्कण्ठा, लालसा । हुदहुव-स्त्री० एक प्रकार की चिड़िया।
हुरड़ी-स्त्री० टक्कर, धक्का । हुवावरत-पु. एक प्रकार का प्रशुभ घोड़ा।
हुरदगो-देखो 'मुडदंगो'। हुदो, हुद्दो-देखो 'होदों'।
हुरभुज-पु. एक प्राचीन देश का नाम । हुनर (हुन्नर)-पु० [फा०] १ कारीगरी, दस्तकारी, निर्माण
हुरम-देखो 'हरम'। -खांनौ= हरमखांनो'। कला, फन । २ विद्या, इल्म । ३ हस्तकौशल । ४ विशेषता,
हुरमटो-स्त्री. गाय की छोटा बछिया । खूबी, गुण । ५ चालाकी, चतुराई। ६ युक्ति, सूझ-बूझ ।
हुरमत (ति, ती)-स्त्री० [अ० हुमंत] १ इज्जत, मान, प्रतिष्ठा । -बध, मंद-वि. 'हुनर' जानने वाला, कारीगर, शिल्पी।
२ ईमान, धर्म। ३ सतीत्व, प्रस्मत। ४ परहेज, मनाही ।
५ स्त्री, पत्नी। चतुर, चालाक । हुब-पु० [म.] १ प्रेम, अनुराग, स्नेह । २ शोरगुल, हल्ला । हुररा, हुरर-स्त्री० [अ० हुर्रा] १ एक प्रकार को हर्ष ध्वनि । . मुसलमान ।
२ बेइज्जती, हसी। हुबकरणौ (बो). हुसक्करणो (बी)-देखो 'ऊबकरणो' (बी) । हुरळ-स्त्री० किसी पैनी वस्तु या शस्त्र का प्रहार । हुबचळ-पु० समर, युद्ध ।
हुरळणी (बी)-क्रि० किसी पैनो वस्तु या शस्त्र का प्रहार हुचरणी (बो)-क्रि० [सं० उभ्] १ क्रोधित होना गुस्सा करना। करना।
२ जोर से बोलना, जोश में बोलना: ३ युद्ध करना, लड़ाई | हुएट्टक-पु. हाथी का अंकुश । करना। ४ मावेश में प्राना, जोश खाना। ५ जलना हरुमयी-स्त्री० एक प्रकार का नत्य । प्रज्वलित होना । ६ प्रकाशित होना, जगमगाना । ७ मारना, हुलंब-वि० लम्बा चोडा, विस्तृत । वध करना । ८ भिड़ना, टक्कर लेना । ९ कुढ़ना, जलना। हुळ हुल-पु०१ एक प्रकार की दुधारी कटार, छुरी। २ सीसोदिया १० उत्साहित होना।
राजपतों की एक शाखा। ३ किसा पने शस्त्र का प्रहार । हुवास, हुबासि (सी)-देखो ‘होवास' ।
प्राघात।
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