Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 934
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir हैप, हैफ-पृ० [अ० १ प्राश्चर्य, विस्मय, ताज्जुब। सौ-देखो हिस्सो' । २अफसोस, बद। हेहय-पु० सं०] १ यदुवंश को एक शाखा । २ सहस्रबाहु का हंबर, हैदर-देखो 'इयवर'। एक नाम :-- अधिराज, राज-पु० सहस्रार्जुन का एक नाम । हैबौ-पु० हल्ला, शोरगुल । है-ह-प्रव्य खेद या शोक सूचक ध्वनि । हमल-पु० २ घोड़ा द्वारा नाक से की जाने वाली आवाज हेहकार-देखो 'हाहाकार'। विशेष । २ देख 'हेमंत' । है है बोल- पृ० वीर बनि । है.मर-देन हयवर हो-अन्ध० १ डोना' क्रिया का संभाव्य रूप । २ देखो हो। हेमवत-वि०म०मवत् १ फं के समान, हिम जैसा।। होपरडीह, होफरडोह-देखो 'होफरडोह'। २ हिमालय जमा, हिमालय के समान । ३ हिमालय का, होस-१ दशो 'हम' । २ देखो होस' । हिमाल मचा। ४ हिमालय में होने वाला । होंसलो-देखो डोमलो'। मार देबो हमार' होसियो-वि० कायर डरपोक । ईमामाली-देखो हिमाय' । होंसो-पु० एक प्रकार का बल । मुखम. इयमुख १ वडवानल का एक नाम। हो-१० ( मंका हो-पु० (मपुकार या सम्बोधन का शब्द । -प्रव्य०१ हे, या मम्बोधन का अरे, यो देखो हो । होक-स्त्रो०१ सिह की दहाड । २ का । ये, हेय -१ देखो 'हैदर' । २ देखो हिरदो' । होकड़ो-देखो 'होको। हरब-देखो 'हेरब'। होकबो-पु.१ उत्सब, जलसा, समारोह । २ बाहुल्य, अधिकता, हर-मच्यत १ शोकमा निराशा सुचक अव्यय ध्वनि । २ देखो। पाचुय । हराण, हरान--वि० अ० हैरान] १ परेशान, प्रशान्त, दुःखी, होकर-देशा होकार तंग । विसश, हताश, थकित । ३ शाश्चर्य चकित, होकरणों (बो-देखो 'होकरणो' (बौ) । निस्तब्ध, हाका-बकका, विस्मित । होकाटाळ-विक जिम का हुक्का-पानी बन्द हो, बहिष्कृत । होकाधारी -वि. हुक्का पीने वाला। जिसके हाथ में हुक्का हो । रांनो-स्त्री०प० हैरानी] १ परेशानी, प्रशान्ति, कष्ट, दुःख, तकलीफ । २ निराशा, थकान । ३ प्राश्चर्य, विस्मय । हाकापास) (नी)-पु० १ साथ-साथ उठने-बैटने व मिलजुल कर खाने-पान का अवस्था या भाव २४ा राव-देसो 'हयवर। -पानी। होकार-देहो होकार' । हवन-एक घड़गवार, अश्वारहो। होकारो-१.५ किलो को इगने, चौंकाने, प्रताड़ना देने या हैव-१०१ एक प्रदेश का नाम । २ देखो 'देव'। सावधान करने की दृष्टि स मूह से किया जाने वाला हवर, हंबरी -देखो 'हयवर'। वान-पु०० हेनान] १ पशु, जानवर, चौपाया। २ उज्जड़, 'हो' म । शब्द, अावाज या नाद । ३ पशुप्रो को रोकने समधी ध्वनि । ४ घोड़े की हिनहिनाहट, होस । प्रसभ्य या सवार व्यक्ति। ५हकार । ६ मोज मस्ती, प्रानन्द । ७ उत्सव, जलसा । हंबानी या देवानी १ 'हैदान' होने की अवस्था या ८ देखो हुबानी। भाव । २ पण । ३ उजड़पन, असम्यता । -वि. पशुओं होको-पु.मि टु१ भूम्रपान का एक बड़ा उपकरण। हेवेपत, हवेति-देहो 'हेव पति' । २ पालीवाल ब्राह्मणों भ मृ भोज म किया जाने वाला बेराई, हवेराज, हवेराय-देवो 'वेगान; हैवपत, पति, देव पती-देणे हवपति । हालाच कर (क)-पु० ज्योतिष के अन्तर्गत राशि, नक्षत्र, दि हसलो, गल्ली-दबा 'होली' । बात का स्पष्टीकरण करने वाला चक। हसाब, हसाव-वि० १ चित, ठीक र देखो हिसाब । होडाहो (को)-देवो होडाहोटी हमियत स्त्री० ०] १ शक्ति, समय, हौसला । २ दशा, होड़ी-पु० दरबान की मजबूती से बन्द कर रखने के लिये अवस्था, स्थिति, ढग । ३ प्रा स्थिति, वित्तीय अवस्था। लगाया जाने वाला लो या पत्थर का सहारा 6 योग्यता, पात्रता । ५ पान प्रतिष्ठा, इजत । ५ मुल्य, २ मानधिक कष्ट या विकार के कारण शरीर में होने की। भगी, दी। वाली धारहर। ३ सहारा, रोक । For Private And Personal Use Only

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