Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 895
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir हरिक हरितालिका प्रह ६ इन्द्र । ७ सूर्य, रवि । ८ शिव, महादेव । ९ चन्द्रमा, हरिजस-पु० [सं० हयं श्व] १ एक सूर्यवंशी प्राचीन राजा । वांद । १० वायु, हवा । ११ अग्नि, भाग । १२ कामदेव, [सं० हरियश] २ ईश्वर का गुणगान, भक्ति संबंधी पद, मदन । १३ मानव, मनुष्य । १४ यमराज । १५ शुक्रग्रह । भजन । ३ देखो 'हरिकीत्त'न' । १६ सिंह, शेर । १७ हाथी, गज । १८ वानर, बंदर । हरिण-पू० [सं० हरिणः] (स्त्री० हरिणी) १ एक प्रसिद्ध १६ अश्व, घोड़ा । २० इन्द्र का घोड़ा । २१ हिरन, मृग । चौपाया जंगली जानवर, मृग, हिरन । २ हंस । ३ सूर्य । २२ भ्रमर, भौंरा । २३ मयूर, मोर । २४ तोता, कीर। ४ विष्णु । ५ शिव । ६. सफेद रंग। ७ ब्रह्मा। -वि० २५ गीदड़ । २६ हंस । २७ जल, पानी । २८ सर्प साप ।। १ श्वेत । २ पीला । ३ देखो 'हिरण्य' । २९ मेंढक । ३० एक प्राचीन पर्वत । ३१ एक देश या हरिणईख, हरिणख-१ देखो 'हिरणकस्यप' । २ देखो भू-भाग विशेष । ३२ भर्तृहरि का नामान्तर । ३३ गरुड़ के हिरण्याक्ष'। पुत्रों में से एक । ३४ भूरा या पीला रंग। ३५ जैनियों के | हरिगनयणा (नयणी)-स्त्रो० मग के नेत्रों के समान सुन्दर ८८ ग्रहों में से उन्चासवी ग्रह । ३६ छप्पय छन्द का नो नेत्रों वाली स्त्री, मृगनयनी। . वां भेद। ३७ छप्पय छन्द का एक अन्य भेद। -स्त्री० | हरिनाम-पु. १ मग को नाभि जिसमें कस्तूरी होती है । ३८ किरण, रश्मि । ३९ सिंह राशि । ४० इच्छा, । २ हरण्यनाभ नामक एक सूर्यवंशी राजा । कामना । ४१ कोयल । ४२ घोड़ों की एक जाति । -वि० हरिणली-देखो 'हरिणी'। १ भूरा, कपिल, बादामी । २ पीला। ३ हरा, घानी। पाला। ३ हरा, घाना । | हरिणांकुस-१ देखो 'हिरणकस्यप' । २ देखो 'हिरण्याक्ष'। ४ काला-श्वेत। हरिणांखी-देखो 'हरिणाक्षी'। हरिक-पु. [सं०] पीले या भूरे रंग का घोड़ा । २ जुमारी। हरिणाकस, हरिरणाकुस-१ देखो "हिरणकस्यप' । २ देखो ३ चोर । -वि० पीला, हरा। । 'हिरण्याक्ष' । . . हरिकथा-स्त्री० [सं० हरि-कथा] १ ईश्वर के अवतारों एवं | हरिणाक्षी (खो)-स्त्री० [सं० हरिणाक्षी] मृग के नेत्रों के चरित्रों का वर्णन, कथानक । २ ऐसे कथानकों की पुस्तक । हरिकाय-पु० [सं० हरितकम्] शाकाहार, फलाहर। । ___समान सुन्दर नेत्रों वाली स्त्री, मृगनयनी । हरिकीरतन (कीरतन)-पु० [सं० हरिकीत्तं नं] भगवान के नाम | हरिण, हरिणी-स्त्री० [सं० हरिणी] १ मादा हिरन, मृगी। का कीर्तन, भजन, गायन । २ कामशास्त्र के अनुसार चित्रणी जाति को स्त्री का हरिकेत-पु. एक तीर्थ का नाम । नाम । ३ प्रार्या छन्द का एक भेद । ४ सुन्दर स्वर्ण हरिकेस-पु० [सं० हरिकेश] १ शिव, महादेव । २ सूर्य की | प्रतिमा। ५ सोनजुही नामक लता। एक कला। | हरिणेगमेखी-पु. जैन मतानुसार शकेन्द्र की पैदल सेना के हरिकेसि (सी)-पु० [सं० हृषिकेश] १ श्रीकृष्ण । २ चांडाल | सेनापति देव का एक नाम । कुलोत्पन्न एक ऋषि । हरित-पु० [सं०] १ विष्णु का एक नामान्तर । २ सूर्य । हरिक्षेत्र-पु० [सं०] पटना के पास का एक तीर्थ स्थान । ३ सूर्य का एक घोड़ा, कुम्मेद । ४ सिंह, शेर । ५ हरा, हरिख (खि)-पु. १ एक वर्ण वृत्त । २ देखो 'हरस'। . पीला या धानी रंग। ६ घास, तृण । ७ दिशा । हरिखेत (खेतर)-देखो 'हरिक्षेत्र'। ८ द्वादश मन्वन्तर का एक देव । ९ मान्धाता के पौत्र व हरिगीतिका-स्त्री० एक मात्रिक छन्द विशेष । युवनाश्व के पुत्र का नाम । -वि० १ हरे रंग का, हरा। हरिचव-देखो 'हरिस्चंद'। २ पीला । ३ धानी। हरिचंदण (न)-पु० [सं०] १ एक प्रकार का चन्दन । २ स्वर्ग | हरितकाय-पु० शाक-सब्जी। का एक वृक्ष। हरितमणि-स्त्री० [सं०] पन्ना, मरकत । हरिचरित (त्र)-पु० ईश्वर का चरित्र व गुणगान । हरिताळ, हरिताल-पुं० [सं० हरिताल:] १ पीले रंग का हरिचाप-पु० [स०] इन्द्र धनुष । कबूतर । २ देखो 'हरताळ'। सरिजख-पु० [सं० हयंक्ष] सिंह, शेर । हरितालिका (तालिका)-पु० [सं० हरितालिका] १ भादव हरिजटा-स्त्री० [सं०] रावण की अनुचरी एक राक्षसी जो शुक्ला चतुर्थी । २ दूर्वा, दूब। अशोक वाटिका में सीता के पास नियुक्त थी। हरितालिका-वन-पु० [सं०] भाद्रपद शुक्ला चतुर्थी को किया हरिजण (न)-पु० [सं०हरि-जन] १ ईश्वर का भक्त । २ भंगी ।। जाने वाला व्रत । For Private And Personal Use Only

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