Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 905
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir हाए हाण-वि० १ हनन करने वाला, नाश करने वाला, मारने हामी-स्त्री० १ हां करने या स्वीकारने की क्रिया या भाव, ____ वाला। २ हानि पहुंचाने वाला, नुकसानदायक । स्वीकृति । २ सहमति। -वि० शुभचिंतक, हितषी, हाणे. हांण-१ देखो 'हणां' । २ देखो हाने । मददगार। हांती-स्त्री० [सं. हिन्त + प्रण -हान्तो] विवाहादि विशिष्ट हामू-देखो 'हाम'। अवसरों पर बने भोजन विशेष का अंश, जो सबंधियों व | हायली-देखो 'हासली' । मिलने वालों के घर बांटा जाता है। हांस-पु० १ स्त्रियों के गले में पहनने का प्राभूषण विशेष । हांती-पू०१ नवरात्र स्थापना पर देवी के निमित्त दीवार पर | २ देखो हंस'। __ चिपकाये जाने वाले रंग-बिरंगे कागजों के चिह्न। हांसउ-देखो 'हांसो' । २ नुकसान । हांसड़ी-पु. १ एक प्रकार का घोड़ा । २ देखो 'हांसो' । हान-१ देखो 'हाण' । २ देखो 'हाणि'। हांसल-पु. १ एक प्रकार का घोड़ा । २ देखो 'हासिल' । हांनि, हांनी-देखो 'हारिण'। हांसली-स्त्री. १ मनुष्य की छाती के ऊपर की धनुषाकार हाने, हॉन-क्रि०वि०१ यथास्थान। २ अधिकार में, कब्जे में, | हड्डी। २ गले में पहनने का एक चन्द्राकार प्राभूषण । वश में। हांसलीयो, हांसलीयो-पु. एक प्रकार का वस्त्र । हानी-पु० ऊंट के चारजामे का पगला भाग, जीन का अगला हांसलो-पु. एक प्रकार का घोड़ा। भाग। हांसिल-देखो 'हासिल'। हांपणो (बी)-देखो 'हांफणो' (बो)। हांफ-स्त्री० उमंग, इच्छा, ख्वाहिश । हांसी-स्त्री. १ श्वास रोग से पीड़ित एक प्रकार की गाय । हांफणी-स्त्री० १ तीव्र गति से श्वास पाने की दशा या भाव । २ देखो हंसी'। २ श्वास रोग, दमा को बीमारी। होसी-पु० [सं० हास्य] १ हंसने की क्रिया या भाव । २ हंसी, होफणी (बी)-क्रि० [सं० उष्मायते] तीव्र गति से श्वास लेना, विनोद, मजाक, परिहास । ३ किसी की उपेक्षा करने या - उसांसें भामा, हाफना। अपमान करने के लिये किया जाने वाला व्यंग, उपहास, हांफर-क्रि०वि० हांफते हुए। दिल्लगी, खिल्ली। ४ हंसने की ध्वनि । ५ सफेद जीभ वाला बैल '६ देखो 'हसो' । ७ देखो 'हंस' । हांकळणो (बौ)-क्रि० उतावला होना, मातुर होना। हा-हां-प्रव्य० मुह से, कहा जाने वाला शब्द जिसके उच्चारण हांफी-देखो 'हांफरणी'। भेद से स्वीकृति या निषेधात्मक पर्थ प्रकट होता है। हांभाइ-स्त्री० गाय के रंभाने से उत्पन्न ध्वनि । हा-प्रव्य० [सं०] १ दुःख, उदासी, पीड़ा के अर्थ में मुंह से हाम-स्त्री. १ मन की इच्छा, कामना, अभिलाषा, चाह; की जाने वाली ध्वनि । २ प्राश्चर्य या प्राहलाद सूचक मनोरथ । २ उत्कण्ठा, लालसा। ३ उत्साह, उमंग, जोश । शब्द । ३ क्रोध या भर्त्सना सूचक ध्वनि । ४ है का भूत४ क्षमता, योग्यता। ५ धैर्य, धीरज। [५. हाम:] | कालिक रूप था, थे। ५ एवम्, अथ । ६ कपाल, खोपड़ी, मस्तक । ७ अपने गोत्र या जाति का नाम । हाइभाइ, हाउभाउ-देखो हावभाव' ।। होमकांम-पु० मन का प्रावेग। हाऊ-पु. बच्चों को डराने-धमकाने के उद्देश्य से बताया जाने हामसमलोचनी-स्त्री०१ कामुक नेत्रों वालो स्त्री, मदिरेक्षणा। __वाला एक काल्पनिक जंतु, हौवा। २ अत्यन्त सुन्दर । हाऊबोर-पु० बेरों को एक जाति व इस जाति का बेर । होमकामा-स्त्री० १ अत्यन्त सुन्दर नेत्रों वाली स्त्री । २ इच्छाहाक-स्त्री० [स. हक्क] १ जोर से पुकारने का शब्द, पावाज, पूर्ण करने वाली स्त्री। ३ रति की इच्छा करने वाली पुकार । २ हल्ला गुल्ला, शोरगुल । ३ हुकार, वीर स्वनि । स्त्री। ४ ललकार । ५ प्रेरित या उत्साहित करने संबंधो शब्द । हामगीर-देखो 'हमगोर'। ६ चिल्लाहट । ७ ऊंची धावाज या जोर का शब्द । हामळ-स्त्री० स्वीकृति, स्वीकारोक्ति, सहमति । ८ समूह का सम्मिलित स्वर । ९ डांट-फटकार, प्रताड़ना। हामली-वि० (स्त्री० हामली) १ प्रसन्नचित्त, खुश । २ सौहार्द | १० डर, भय, मातंक । पूर्ण । ३ विनम्र। हाकड़णी (बी)-कि० [सं० हिक्कितिम्] अटकते-प्रटकते बोलना, हामस-स्त्री० इच्छा, कामना। हकलाना। For Private And Personal Use Only

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