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मड़ो
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३१९ )
Reen (a), मचमचाणी ( बौ) - क्रि० १ जागृत होना । २ लालायित होना । ३ होना, कामातुर होना । ४ देखो 'मचरणों' मचमबाट मचपाहट मचमची स्त्री० [१] मस्ती ३ धातुराई व्यकुलता ।
मचकरणी (बौ) - क्रि० १ प्राघात या बोझ से झुकना, दवना । २ लचकना, भूलना । ३ धक्के या प्राघात से हिलनाडुलना । ४ अडिग न रहना, डिग जाना, डौलना । मचकाणी (बी) मबकावली (बो) कि० १ प्रहार करना, प्राचा करना, मारना । २ झूले में झटका लगाना । झोंके देना । झुलाना । ३ खाना, भोजन करना । ४ मसलना, मलना ।
५ सभोग या मैथुन करना देना । ७ तेज चलाना,
६ पीछे हटाना, घडिंग न रहने गति देना । ८ व्यर्थ फिराना,
मड़ी - वि०
[सं० मृत] १ मरा हुआ मृत २ न क्षीण - काय । ३ प्रशक्त, निर्बल पु० शत्र, लाश । मयंक देखो 'सबक' । मचकद (ध) - देखो 'मुचुकु ंद' । मचकंदी - वि० हृष्ट-पुष्ट, उन्मत्त । मच पु० १ पुष्टता, सुडौलता र शक्ति बल ३ मस्ती, उन्माद - क्रि० वि० शीघ्रता से, जल्दी से ।
(ब) ० १ व्याकुल होना, धातुर होना २ बच्चे श्रादि का हठ करना जिद्द करना । ३ रूठना । ४ इन्कार करना, मना करना । ५ चलना । ६ विचलित होना ।
मचक-स्त्री० १ मचकना क्रिया या भाव। २ लचक, दबाव मचळांण, मचळाट स्त्री० १ मन की घबराहट । २ बू, गंध, ३ मोच ।
चलाना ।
मचकुद - देखो 'मुचुकुंद' ।
मचकूर पु० १ विशेषतः लिखित विवरण । २ वृत्तान्त, हाल ।
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विवरण ३ सलाह, मंत्रणा, मशविरा ४ फौज, सेना
।
५ चर्चा, जिक्र ६ वार्त्तालाप, बात । ७ सूचना, खबर । पराजित करना राना २ कुछ
० खाना, भोजन करना । मचकोळणी (at) - क्रि० मुखाकृति बिगाड़ना बुरी मुद्रा बनाना । Hast - पु० १ झोंका, झटका, धक्का २ टक्कर प्राघात । ३ चापलूसी का कार्यं । ४ रति क्रिया के समय का धक्का । मचक्क देखो 'मनक
मचक्की (बी) देखो 'मी' (बी)
देव
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मची ( ब ) - क्रि० १ होना, घटना । २ सहसा जोर से शुरू होना (धावाज धादि ) ३ प्रारंभ होना शुरू होना । ४ चारों ओर फैलना, व्याप्त होना । ५ पुष्ट होना, मोटा ताजा होना । ६ प्रबल होना, उग्र होना । ७ मस्ती में प्राना । जमना, अधिकार पूर्ण कार्य करना । ६
अनुचित हरकतें
करना ।
इच्छा या लालसा रति भाव जागृत
(बी) ।
२ कामातुरता
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मच्छ
मचरको पु० १ दबाव व धक्के से पाने वाली भारी वस्तु की रगड । २ बोझ का दबाव | ३ घर्षण ।
मचळ, मचळण - स्त्री० १ मन की घबराहट । २ उबकाई । ३ देखो 'मचळांरण' । ४ विचलन । ५ देखो 'मचळी' ।
बदबू ३ उबकाई ।
मचळी - स्त्री० उबकाई, के, वमन । मचली - स्त्री० छोटी खाट, खटिया ।
मचली वि० १ जो उबकाई पैदा करे, गंदा, अरुचिकर । २ श्रम्लयुक्त ।
मांग, मचान ० [सं० मंच] खेत की रखवाली या शिकार के लिये पेड़ पर बैठने के लिये बनाया गया स्थान । वाली (बी) क्रि० १ धारंभ करना जारी करना २ करना, (at) - । मचाना। ३ सहसा जोर से कुछ करना। ४ चारों प्रोर फैलाना, व्याप्त करना । ५ जोर पकड़ाना, तेज करना ।
६ पुष्ट या मोटा-ताजा करना । ७ प्रबल या उग्र बनाना ८ मस्ती में लाना ९ अनुचित हरकतें करना, धनीति
करना ।
मचामच क्रि० वि० सहसा दबादब
चावल (बी) देखो 'मवाली' (बी)। मड़ी पु० जोर, ताकत ।
मचोळ- स्त्री० १ लहर, तरंग, हिलौर। २ धक्का, झटका, भोला । ३ देखो 'मचोळो' ।
मोळी (बी० १ विलोड़ित करना, मचना २ विध्वंस
करना, तहस-नहस करना । ३ भूले को धक्का लगाना। डोलाना । ४ भोजन करना, चबाना । मचोळी-५०१ झूले को लगाया जाने वाला भटका, धक्का २ टक्कर । ३ मोट की लाव खींच कर चलने के स्थान का अंतिम शिरा । ४ मस्ती का झोंका, मस्ती | मच्च- देखो 'मच' ।
मच्चक- देखो 'मचक' ।
मच्चकरणों (बौ) - देखो 'मचकणी' (बी) । मच्चरणौ (बी) - देखो 'मचरणी' (बो) ।
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मच्चु - देखो ' म्रुत्यु' ।
मच्छ-पु० [सं० मत्स्य ] १ बड़ी मछली । २ ग्राह, मकर ।
३ दोहे का एक भेद । ४ छप्पय छन्द का एक भेद । ५ मत्स्य के धाकार की हस्त रेखाएँ । ६ देखो 'मत्स्य' । - वि० १ प्रबल, शक्तिशाली । २ देखो 'माछर' ।