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सहकार
(
७४९ )
सहनसील
की दशा। ७ ताकत, शक्ति । ८ उत्तेजित करने की क्रिया । रास्ता । २ घासान तरीका । ३ वैष्णव सम्प्रदाय की एक ९ इन्द्रिय बल या शक्ति ।-क्रि० वि० १ साथ । २ देखो शाखा। 'माह।
सहनिई-क्रि०वि० सहज में। सहकार - पू०१ ग्राम । २माम का वक्ष । ३ महयोग । ४ गायन सहटो-१ देखो 'सँठो' । २ देखो 'सांठी । का व्यवसाय करने वाला व्यक्ति ।
सहट्टणी (बौ)-कि० एकत्र होना, जुडना, सम्मिलित होना। सहकारि, सहकारी-वि० [सं० सहकारिन्] १ साथ कार्य करने | सहड-पु० १ हाथी । २ देखो 'सुभट'।।
वाला, महयोगी । २ सहायक, मददगार । -पु० १ मित्र, सहण-पु० १ मिट्टी का बना भोजन का पात्र, सिंहनक । दोस्त, साथी । २ देखो 'सहकार' ।
२ एक प्रकार का शस्त्र, परशु । ३ अस्त्र-शस्त्र । ४ सहनसहतव-पु० [सं० सहकृत्वन्] सखा, मित्र ।
शीलता । ५ देखो 'सहन' । ६ देखो 'सण'। सहक्रमण, सहगति-पु० सहगमन ।
सहरणी-स्त्री० १ सहन करने की क्रिया। २ सहन करने की सहगमरण (न)-पृ० [सं० महगमन] १ साथ-साथ गमन, पला- शक्ति । -वि० सहनीय ।
यन । २ पति के साथ सती होने की क्रिया या भाव। सहरणो-वि० (स्त्री० सहणी) १ सहन करने वाला, सहनशील । ३ संभोग, मथुन।
२ सहनीय । सहगांमणी, सहगांभिरणी-स्त्री० १ पति के साथ सती होने वाली सहरणो (बी)-क्रि० १ बरदास्त करना, सहन करना । २ परि
स्त्री। २ सहगमन करने वाली स्त्री। ३ सहचरी, साथिन । रणाम या फल भोगना । भुगतना । ३ वहन करना, झेलना । सहगामी-पु. १ जो साथ चले, साथी। २ अनुयायी।
४ उत्तरदायित्व लेना। ५ सज्जीभूत होना, सजना, सहगुरु (रू)-देखो 'सदगुरु' ।।
तैयारी करना। सहड़-पु० १ हाथो। २ देखो 'सुभट'।।
सहत-१ देखो ‘सहित'। २ देखो 'सहद' । सहचर-पु. १ मित्र, दोस्त, सखा । २ सहायक, मददगार । सहता-स्त्री० [सं.] एकता, ऐक्य, मेल-जोल ।
३ सेवक, नौकर । ४ सलाह देने वाला। -वि० (स्त्री० सहतार-पु. एक प्रकार का तार वाद्य । सहचरी) १ साथ-साथ चलने वाला। २ हर समय साथ सहति, सहती-१ देखो 'सहित'। २ देखो 'सहद'। रहने वाला, साथी । ३ देखो 'सहचरी'।
सहतीर-पृ० [फा० शहतीर]१ लकड़ी का बड़ा व लम्बा लट्ठा । सहचरि, सहचरी, सहचरी-स्त्री०१ सखी, सहेली। २ पत्नी, २ छत के नीचे लगने का बड़ा पत्थर, लोह की बड़ी पटी भार्या।
या मोटी लकड़ी। सहज-पु० [सं०] १ भाई, भ्राता, सहोदर । २ प्रकृति, स्वभाव । सहतूत-पु० [फा० शहतूत] १ एक प्रकार का वृक्ष जिसके फल
३ फलित ज्योतिष में जन्म लग्न से तृतीय स्थान । | लटिका की तरह के व खट्टे मीठे होते हैं। २ इस पेड़ का ४ तत्त्व। ५ ज्ञान । ६ ब्रह्मतत्त्व । ७ स्मरण याद । फल । ३ एक देव वृक्ष। ८ परब्रह्म, ब्रह्म । ६ ईश्वर, परमात्मा । १० प्रनानीद । सहतो-देखो 'सहित' ।। ११ ब्रह्मसुख । १२ अजपाजाप । १३ स्वर्गलोक, बैकुठ। सहद-पु० [अ० शहद] मधु मक्खियों द्वारा संगहीन, पुष्परस से १४ मोक्ष, मुक्ति । १५ कैवल्य ज्ञान । १६ ध्यानावस्था, | ____ रूपान्तरित होकर बनने वाला एक गाढा व मीठा तरल समाधि । १७ वास्तविकता। -सर्व० अपने-माप, स्वतः। पदार्थ, मधु। -वि० १ प्रखण्ड । २ स्वत: सिद्ध । ३ सरल, सुगम, सहदार-वि० [सं०] १ सपत्नीक । २ विवाहित । मासान । ४ परिपूर्ण । ५ प्रव्यक्त, अस्पष्ट । ६ वास्तविक । | सहदेई-स्त्री० [सं० सहदेवा] एक प्रकार की वनौषधि । ७ अनौखा, प्रद्भुत । ८ व्यर्थ, बेकार । ९ सरल, सीध।। | सहदे, सहदेव-पु० [सं०] १ पांडु पत्नी माद्री व अश्विनी कुमारों १० बिना यत्न या श्रम से । ११ प्राकृतिक, स्वाभाविक । | के संयोग से उत्पन्न सबसे छोटा पांडव । २ वचन सिद्ध १२ जो हर दृष्टि से ठीक व उपयुक्त हो। १३ यथार्थ, | महात्मा। -वि० भविष्यवक्ता । सत्य । १४ जन्म से प्रकृति के साथ उत्पन्न होने वाला। सहन-पु० १ क्षमा । २ शांति । ३ प्राज्ञापालन । ४ सहन१५ मामूली, माधारण । १६ परम्परागत । -क्रि०वि० शोलता । ५ देखो 'सहनक' १ धीरे-धीरे। २ स्वभावतः। ३ अनायास, शीघ्र । सहनक-पु० मिट्टी की बनी एक तश्तरी ।
४ सरलता ने, प्रासानी से । ५ निरन्तर, लगातार । सहनता-स्त्री० सहनशीलता।। सहजगो-पु० एक प्रकार का वृक्ष ।।
सहनसील-वि० [सं० सहनशील] १ सहनेवाला, बरदास्त करने सहजपंथ (पथ)-पु० [सं० सहजपथ] १ प्रासान या सुगम | वाला । २ संतोषी।
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