________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
सामोधरम
( ७५८ )
सांवत
१५ देखो 'साम'।
प्रतिकूल दशा में । ३ सामने । ४ पोर, तरफ। ५ अनुकूल मामोधरम (धरम्म, भ्रम, धम्म)-देखो 'स्वामीधरम'।. पक्ष में । ६ तुलना में अपेक्षाकृत । ७ समक्ष, प्रगाड़ी। सांमीनौ-देखो 'सांइणो' ।
८ देखो 'सामी'। सांमीप-१ देखो 'समीप' । २ देखो 'सामीप्य'।
साम्हु-देखो 'साम्हो' । सामीपत्य, सामीपमुकति मुकत्ति, मुक्ति) सामीप्य, सामीप्यमुक्ति-सांम्हेई-स्त्री० एक देवी विशेष ।
स्त्री० [सं० सामीप्य| १ निकटता, समोपता । २ मुक्ति के | सांम्हेळी (लो)-देखो 'सांमेळो' । पांच भेदों में से एक जिसमें भगवान की नित्य समीपता | सांम्है-क्रि० वि० १ सामने, सम्मुख । २ मोर, तरफ । प्राप्त हो जाती है।
सांम्हौ-वि० (स्त्री० सांम्ही) १ सामने, सम्मुख । २ तरफ, भोर। सांमीर-देखो 'समीर'।
३ उल्टा, विपरोत । ४ अनुकूल, पक्ष में । सांमीरजायो-पु. १ पवनसुत, हनुमान । २ भीम, वृकोदर। | साम्होसांम-क्रि० वि० बिल्कुल सामने, मामने-सामने । सांमीवच्छल, सांमीवछल-पु० [स० साधर्म्यवात्सल्य जैन सम्प्रदाय | सांयकाळ-देखो 'सायंकाळ'। ___ में समान मियों का भोजनादि से किया जाने वाला सत्कार । सांयंड (ड), सायंड (8)-देखो 'सांढ' । सांमुब, सांमुबर, सामुद्र-वि० [सं० सामुद्र] १ समुद्र का, समुद्र | सांय-स्त्री० १ तीर, गोली चलने या पक्षियों के उड़ने से उत्पन्न
संबंधी। २ समुद्र में उत्पन्न ।-पु. १ समुद्री नमक । ध्वनि । २ सुनसान जगह में वायु से उत्पन्न सन्-सन् ध्वनि ।
२ समुद्री फेन । ३ शारीरिक दाग, चिह्न। ४ हर्ष, प्रानन्द । सांयत-स्त्री० १ समय, वक्त । २ देखो 'सांति' । सामुद्रक, सामुद्रिक-पु० [सं० सामुद्रिक] १ मनुष्य के शरीर के सांयति, सोयती-देखो 'सोति।
चिह्न जिनसे शुभाशुभ फल ज्ञात होते हैं। २ शारीरिक सांयरो-पु०किसी रास्ते पर लगाया जाने वाला झाड़ी का भवरोध । चिह्नों से शुभाशुभ फल बताने वाला ज्योतिष का ग्रंथ । सांयो-१ देखो 'सांमी' । २ देखो 'साई'।
-वि०१ समुद्र का, समुद्र संबंधी । २ समुद्र से उत्पन्न । | सांयोनी, सांयीनो-देखो 'साहरणो'। (स्त्री० सायोनी, सांयीनी) सांमुह, सामुहउ, सांमह, सांमुही, सांमू-देखो 'साम्हो' । सार, सार-पु० गाय, बैल, भैस आदि पशु । सांमूसाम-देखो 'सांम्हीसांम' ।
सांव-देखो 'सामंत'। सांमेळो-स्त्री० [सं० सामेयी] १ कन्या पक्ष वालों की मोर से, | सांवटणी (बो)-देखो ‘समेटणो' (बो)।
नगर या गांव के प्रांगण में दूल्हे व बरातियों का, तोरन | सांवटो, सांवटी(ठी)-पु० ऊंचा स्थान, चबूतरा । -वि. पर जाने से पूर्व किया जाने वाला स्वागत । २ सौभाग्यवती १ जबरदस्त, शक्तिशाली । २ अधिक, पर्याप्त ।
स्त्रियों द्वारा मगल कलश लेकर की जाने वाली अगुवानी। सांवरण, सांवरिणयौ-पु० [स० श्रावण] १ विक्रमी या शक संवत सांमेव-पु० [सं० सायुज्य] मुक्ति के पांच भेदों में से एक । के अनुसार प्रतिवर्ष का पांचवां मास, श्रावण । २ वर्षा सामेहळो-देखो 'सांमेळो'
___ ऋतु संबंधी या इस ऋतु में गाया जाने वाला लोक गीत । साम-देखो ‘साम्है'।
३ देखो 'सुगन' । ४ देखो 'सुगरणी' । सामरी-स्त्री० एक प्रकार की रागिनी।
सांवरगडाढ़ (दाढ़)-पु. भाला। सोमोद-वि० हर्ष, प्रसन्नता युक्त, मानन्ददायक ।
सांबणीहोकरी-स्त्री० वीर बहूटी नामक कीड़ा । सामो, सामो-देखो 'सांम्ही'।
सांवरिग, सांवरिणक-१ देखो 'सांवरण' । २ देखो 'सांवणी'। सामोसाम-देखो 'साम्होसाम' ।
सांवणी-वि० [सं० धावणी] १ श्रावण मास का, श्रावण मास साम्य-पु० [सं० साम्य] १ समानता। २ देखो 'स्याम'। संबंधी । २ देखो 'स्रावरणी'। -पु. पहले श्रावण में वधू के ३ देखो 'सामी' ।
लिये भेजे जाने वाले वस्त्र या खाद्य पदार्थ पादि । तीजसांम्रत, साम्रथ-१ देखो 'समरथ'। २ देखो 'सामरथ्य'। स्त्री० श्रावण शुक्ला ततीया, स्त्रियों के व्रत एवं उत्सव का दिन । साम्राज्य-पु० [सं० साम्राज्य] १ एक ही सम्राट के अधीन रहने -पूनम-स्त्री. श्रावण की पूणिमा, रक्षा बधन पर्व । वाला राष्ट्र, देश । २ शासन, सत्ता। .
सावरण, सावरण-स्त्री. खरीफ की फसल । -वि० धावण मास सांम्हउ-देखो 'सांम्हो' ।
___का, श्रावण मास संबंधी। साम्हन-देखो 'सामने'।
सांवरणबाव, सावरगसाण-पु. खरीफ की फसल पर कृषकों से साम्हळणी (बी)-देखो 'सांभळणी' (बी)।
लिया जाने वाला कर। सांम्हलो-देखो 'सांमलो'।
सवित-स्त्री. १ एक प्रकार की मुसलमान वेश्या, रंडी । २ देखो सांम्ही-क्रि० वि०१ सम्मुख, सामने। २ उल्टा, विपरीत या 'सोमत'।
For Private And Personal Use Only