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साजत
( ७६३ )
साठमो
संवारना। ३ परिवर्तित करना। ४ धारण करना, अच्छा । ६ साधारण, सामान्य। ७ प्रखण्ड, पूर्ण। शस्त्रादि सजना । ५ व्यवस्था करना, देना। ६ देना। ८प्रबल, शक्तिशाली। ९ स्वादिष्ट । ७ निकालना । ८ कुछ करना । ६ विचार बनाना, विचार | साझरणो-देखो 'साजस्पो'। करना। १० मारना, पीटना । ११ सजा देना, दण्डित | साझरणी (बो)-देखो 'साजणी' (बी)। करना । १२ प्राप्त करना । १३ बदला लेना प्रतिशोध | साझी साझेदार-वि० हिस्सेदार, भागीदार। लेना। १४ दम या सांस रोकने का अभ्यास करना। | साझेदारी-स्त्री० हिस्सेदार होने की अवस्था या भाव, १५ बनाना, निकालना । १६ साधना, लगाना । १७ तैयार | भागीदारी। करना । १८ हाजर होना। १६ होना । २० सुसज्जित | साझौ-पु० १ हिस्सा, भाग । २ मिल-जुल कर कोई कार्य करने होना।
का समझौता । ३ हिस्सेदारी, भागीदारी। साजत, साजति, साजति-स्त्री०१ सजावट, सज्जा । २ तैयारी। साट, साट-स्त्री०१ सूपर की दलदार च:। २ स्त्रियों के पैर साजन, सानियो-पु. १ पति, प्रियतम । २ देखो 'सज्जन'। का एक आभूषण विशेष । ३ चाबुक । ४ छिलका, भूसा । साजबाज-पु० १ अस्त्र-शस्त्र । २ सगीत संबधी वाद्य । ३ सजा- ५ स्वर्णकारों का एक प्रोजार विशेष । ६ झुण्ड, समूह ।
वट की सामग्री। ४ हाथी की अंवारी तथा घोड़े, ऊट। ७ खेत में चीड़ी आदि पक्षी उड़ाने के काम की रस्सी
प्रादि के चाग्जामे के उपकरण । ५ ठाट-बाट, वैभव । (शेखावाटी)। ८ अपेक्षा, वास्ता । ९ एवज, बदला । साजवरणौ (बो)-देखो 'साजणी' (बो)।
१० पाभूषण विशेष । ११ घोड़े के कान के बालों की एक साजस-देखो 'साजिस।
प्राकृति विशेष । १२ संबंध । १३ ज्ञान, व्यवहार । साजसींग-पु० बन्दूक चलाने में काम पाने वाली सामग्री। १४ खेती, कृषि । १५ प्रभाव, कमी। १६ ब्यापार । साजांणी, साजांणी, साजांनी-पु० बादशाह द्वारा चलाया गया १७ विक्रय, बिक्री । १८ देखो 'साटो'। ___ एक तौल विशेष ।
साटई-क्रि०वि० बदले में, एवज में । साजा-पु० चांद, चन्द्र।
साटक-पु० १ एक प्रकार का छंद विशेष । २ पुरुषों की बहत्तर साजादी, सा'जादौ-देखो 'साहजादौ'।
कलानों में से एक । ३ भूसी, छिलका। ४ प्राकृत भाषा में साजाबोल-पु. अपने वचन का सच्चा, सत्यवादी।
रचित छोटा नाटक । साजारी-स्त्री० रहट के पानी की रोक के लिए लगाई जाने | साटको-स्त्री० छड़ी, बेंत। वाली माड़।
साटको-०१ चाबुक । २ प्रहार, चोट । ३ एक छन्द विशेष । साजि-देखो 'साज'।
साटण-स्त्री. १ एक प्रकार का बढ़िया रेशमी वस्त्र । २ साटिया साजिस--स्त्री० [फा० साजिश] १ षड़यन्त्र, कुचक्र । २ विचार- जाति की औरत । ३ प्राक्रमण, हमला। विमर्श। ३ मेल-मिलाप ।
| साटमार-पु. (यो०) मस्त हाथी के चारों तरफ भाले लेकर साजी, साजी-स्त्री० [सं० सजिका] १ जबासे से मिलता- | चलने वाले व्यक्ति । -वि. चाबुकधारी।
जुलता कुछ बड़ा, कांटेदार अप। २ एक प्रकार का क्षार | साटवरणो (बौ)-क्रि० १ विनिमय करना। २ खरीदना, क्रय जो पापड़ बनाने या प्रौषधि में काम पाता है।
करना। साजोखार-पु० [स० सज्जीक्षार] सज्जी के पौधे से निकला साटिका-स्त्री० [सं०] साड़ी। क्षार।
साटिया-स्त्री० एक जाति विशेष । साजी,यो साजीयो-पु० साजो मिलाकर बनाया हुआ खाद्य | साटी, साटी-स्त्री० १ जमीन पर छितराने वाली गोल-गोल पदार्थ दलिया।
| पत्तों को एक वनस्पति विशेष । २ एक प्रकार का वृक्ष। साजुज्य, साजोजमुकत (मुकति, मुक्त, मुक्ति), साजोजमुगत | साटुक-पु. एक प्रकार का मोटा कपड़ा। (मुगति)-देखो 'सायुज्य'।
साटे, साट-क्रि०वि० १ बदले में, एवज में । २ साथ । साजोत, साजोति, साजोती-वि० [स० स+ज्योतिः] ज्योति | साटो, साटो-पु. १ पुनर्नवा से मिलता-जुलता एक प्रकार का ____ सहित, देदीप्यमान । -पु. १ ईश्वर, परमात्मा। २ पर- क्षुप । २ सुगंधित फूलों वाला एक पौधा विशेष । ३ पदलाब्रह्म । ३ पांच प्रकार की मुक्तियों में से एक।
बदली, परस्पर लेन-देन । ४ विवाह की एक प्रथा । साजोम-देखो 'सजोम'।
| साठ, साठ-वि० [सं० षष्ठि] पचास व दश, साठ । -पु. साजो-वि० (स्त्री० साजी) १ स्वस्थ निरोग । २ पक्का, दृढ़। पचास व दश के योग की संख्या तथा इसका अंक, ६० ।
३ मच्छा, श्रेष्ठ । ४ अनुकूल, लाभदायक । ५ ठीक, कुशल, | साठमो (वौं)-वि० साठ के स्थान वाला, उनसठ के बाद वाला।
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