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सुगाड़ी
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सुगाळी- वि० अच्छे समय में जीवन बिताने वाला । स्त्री० एक
देवी का नाम ।
सुगावणी (बी) - देखो सुगाणी' (बो) ।
सुगिरी - देखो 'सुग्रीव' |
सुगीखो-देखो 'सोगरणी' ।
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सुगुण- पु० [सं०] १ धच्छा गुण श्रेष्ठ गुण । २ प्रच्छा व्यवहार या प्रदत | ३ देखो 'सुगुणी' । सुखी-१ देखो 'सुख' २ देखो 'सुगी'। सुगुणी - वि० (स्त्री० सुगुणी ) १ श्रेष्ठ एवं उत्तम गुणों बाला, गुणवान गुग्गी । २ शुभ लक्षणा । ३ भाग्यशाली । ४ जो किसी विशेष कला में प्रवीण हो ।
सुगुन- १ देखो 'सुगन' । २ देखो 'सुगुण' । ३ देखो 'सुगुणों' । सुगुर सुगुरु, सुगुरु-पु० [सं० सुगुरु ] ऐसा गुरु जो अपने शिष्यों को उत्तम ज्ञान देकर उनके चरित्र का निर्माण करे । सुगुरौ - वि० १ अच्छे गुरु से मंत्र लेने वाला । २ देखी 'सुगरी' । सुग्गीब- देखो 'सुग्रीव' ।
सुम्पड़ी देखो 'सुघड़ी'। देखो''।
सुग्यांन - वि० [सं० सुज्ञान] १ उच्च कोटि का ज्ञान, श्रेष्ठ ज्ञान । २ अच्छी बुद्धि, श्रेष्ठ बुद्धि । ३ चतुराई, बुद्धिमानी । ४ सब प्रकार की अच्छी जानकारी । ५ एक प्रकार का साम । ६ देखो 'सुग्यांनी' ।
सुग्यांनी वि० [सं० सुशानी] विद्वान पण्डित शामी १ ज्ञानी, शास्त्रश । । ३ मा २ समझदार, ज्ञानवान विवेकी र दक्ष, निपुण
- पु० [सं०] १ फलित ज्योतिष के अनुसार शुभ ग्रह [[सं० [सुगृह] [२] प्रच्छा पर सुन्दर ग्रह [सं० स्वगृह]
३ अपना घर, स्व-गृह ।
सुग्रही - पु० [सं० सुगृह ] घर ।
सुप्री, सुग्रीव- पु० [सं० सुग्रीव ] १ वानर, राज बालि का छोटा भाई
जो श्रीराम का मित्र था । २ हंस । ३ एक हथियार विशेष । ४ शिव ५ इन्द्र - वि अच्छी गर्दन वाला । सुग्रीवसेन पु० श्रीकृष्ण के रथ का एक घोड़ा | सुग्रीवा स्त्री० [सं०] १ एक अप्सरा का नाम । २ सुन्दर गर्दन सुग्रीवी - स्त्री० [सं०] दक्ष की एक पुत्री जो घोड़े, ऊंट, गधों की जननी मानी जाती है ।
सुग्रीवेस- देखो 'सुग्रीव' ।
सुघड़ वि० [सं० सुघट] १ चतुर, निपुण, होशियार २] समझदार, विचारवान, विवेकी ३ च्छा, बढ़िया
।
४ बनावट से सुन्दर, कलात्मक, सुनिर्मित । ५ मधुर, प्रिय । ६ स्वरूपवान, सुन्दर । ७ जिसकी स्मरण शक्ति तीव्र
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हो । ८ सुशिक्षित -पु० राजस्थानी का एक छन्द विशेष । सुघड़ (ई) - देखो 'सुघड़ाई' । सुघड़ता देखो 'सुघड़ाई।
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सुघड़पण ( जो ) - पु० १ 'सुघड़' होने की अवस्था या भाव। २ चतुराई, निपुणता, बुद्धिमानी ३ सुन्दरता, खूबसूरती । दुशिता निर्माण कला को विशेषता ६ माधुर्य सुघड़ाई (ई ) - स्त्री० १ चतुराई, निपुणता, होशियारी । २ बुद्धिमत्ता, विवेक दूरदशिता ४ सुन्दरता सूब सूरती ५ सुघड़ होने की अवस्था या भाव। ६ निर्माण कला की विशेषता । ७ माधुर्य । ८ वयं विषय | सुधा पण (ग्गो), सुधापी देखो 'सुपर'। सुपड़ी जी० [सं०] सुघटिका] १ अच्छा समय अच्छी घड़ी, शुभवेला । २ वह समय जब कोई अच्छा कार्य हो । वि० [१ चतुर, दक्ष, प्रयोग २ बुद्धिमान, विवेकी ३ सुन्दर मनोरम । ४ श्रेष्ठ उत्तम ।
सुघड़ी देखो 'सुपड़'
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सुघट (ड) वि० [सं०] १ सुन्दर
२ सहज प्रासान
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३ मजबूत दृढ़ ४ अच्छी तरह बना ।-पु० १ सुन्दर, शरीर २ अच्छा पात्र ।
सुघटित वि० [सं०] १ सुन्दर, सुडोल २ सुगठित मजबूत |
सुघड़ देखो 'सुपद'
सचग
सुधर० [सं०] सुह] १ष्ठ पर २
नामक पक्षी ३ देखो 'सु' सुपराह (ई) देखो 'सुपड़ाई'। सुघाट (टो) - देखो 'सुघट' ।
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सुघोर पु० तीव्र धावाज, ओर का शब्द |
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सुधोस पु० [सं०] सुपोष] नकुल के संथ का नाम २ एक बुद्ध का नाम :-वि० १ जिसका स्वर सुन्दर हो । २ घच्छी बावाज, स्वर या शब्द
सुड़लो (बी) - क्रि० १ मानन्द के नगाड़े बजाना । २ बेंत या छड़ी से बुरी तरह पीटना | ३ चाटकर खा जाना । ४ रगड़कर इकट्टा करना । सुरथ-देखो 'मुड'
सुडपी - पु० स्वर्ण या चांदी का एक प्राभूषण विशेष सुफ स्त्री० बात विकार के कारण शरीर में रह-रहकर होने वाला दर्द ।
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स्त्री० फुसफुसाहट, कानाफूसी । सुचंग (गौ ) - वि० [सं० सुबङ्ग] १ सुडौल, सुगठित । २ प्रत्यन्त सुन्दर, मनोहर । ३ उत्तम श्रेष्ठ । ४ शक्तिशाली,
बलवान बलिष्ठ ५ शुद्ध, पवित्र, निर्मल ६ मोज व कान्तियुक्त | ७ स्वस्थ, चंगा । पू० १ घोडा, भश्व | २ एक छन्द विशेष ।
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