________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
सीरसोदय
( ७६७ )
सोल्हखानो
ऊपर लिखा रहने वाला उसका परिचायक नाम, बदला । ४ क्षतिपूर्ति हरजाना। हेडिंग। २ सिरा, बोटी ।। खोपड़ी । ४ मस्तक, शिर । सोलणौ (बो)-क्रि० [सं० शोल, सोलनम्] १ वस्तु के एवज में ५ युद्ध के समय शिर पर रखने का टोप । ६ पगड़ी, माफा । वस्तु देना, प्रति उपकार करना। २ चुकाना, देना। ७ फैसला, परिणाम । ८ राहु ।
३ लेना, वसूल करना। ४ मा करना, नमी युक्त करना, सीरसोक्य-पु० [सं० शीर्षोदय] शिर से उदय होने वाली मिथुन, ठंडा करना । ५ बन्द करना, मुहरबन्द करना ।
सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, कुभ पौर मीन राशियों का सीळता-स्त्री० [सं० शीलत्व] शील धारण करने की अवस्था सामूहिक नाम । (ज्योतिष)
या भाव। सीरांमण, सीरांमणी, सीराबरण (णी)-देखो 'सिरांमण'। सोळबरत, सीलव्रत-देखो 'सीळवत'। सीराज-पु० [फा० शीराजः] १ पुस्तक की सिलाई के छोर पर | सीलवंत-देखो सीलवान' ।
सुन्दरता के लिए लगाया जाने वाला फीता । २ प्रबध, | सीलवंती, सीलवती-वि० [सं० शीलवती] | पतिव्रता । २ ब्रह्म इन्तजाम । ३ क्रम, सिलसिला । ४ ईरान का एक प्राचीन चारिणी। ३ अच्छे प्राचरण वाली। ४ शोल धारण नगर ।
करने वाली। सौराफिरणी-स्त्री. शिर का एक प्राभूषण विशेष ।
सीलवरणो-देखो 'सोलणों'। सीराबरणो (बो)-देखो ‘सराणो' (बी)।
सोलवणी (बो)-देखो 'सोलणी' (बी) सीरावा-स्त्री. कूमों की खुदाई का काम करने वाली एक | सीलवान-वि० (स्त्री० सीलवंती) १ सदाचारी । २ ब्रह्मचारी। जाति विशेष ।
३ अच्छे स्वभाव या पाचरण वाला। ४ शील धारण सौरावाविद्या-स्त्री. भू-गर्भ में पानी का पता लगाने की करने वाला। विद्या, कला।
सोळवत, सीलव्रत-पु० [सं० शील-व्रत] १ जैन धर्म के पांच सीरावी-पु० [सं० शिरावाह] १ भू-गर्भ से पानी का पता | अणुव्रतों में से एक । २ ब्रह्मचर्य व्रत । ३ पतिव्रत धर्म ।
लगाने वाला व खारा-मीठा होने की पूर्व सूचना देने वाला | सीलसमजथा-स्त्री. डिंपल काव्य में गीत रचना का एक व्यक्ति । २ 'सीरावा' जाति का व्यक्ति।
नियम। सीरी-वि० (स्त्री० सीरण, सारणी) १ हिस्सेदार, साझेदार, | सोळसातम-स्त्री० [सं० शीतलासप्तमी] चैत्र मास के कृष्ण पक्ष
भागीदार । २ उत्तराधिकारी ३ साथी, सगाती । ४ हक की सप्तमी, जिस दिन शीतला देवी की पूजा होती है। पाने का अधिकारी। ५ सहायक, मददगार ।-पु०१ | सीलांगो-वि०पालसी सुस्त । बलराम। २ देखो 'सिरी'। ३ देखो 'नी'।
सीलांगो, सीलांमणो-देखो 'सोलो' । सीरूखो-देखो 'सारोबो'।
सीलाम-देखो 'सलाम'। सीरोळी-वि० (स्त्री सोरोळो) १ साझेदारी का, सामूहिक । | सोला-स्त्रो० वालु प्रभा नामक नरक (जैन)। २ जिसके कई हकदार हों।
सोलाणो (बो)-क्रि० १ हरजाना वसूल कराना । २ प्रतिकार सीरोही-देखो "सिरोही'। .
- करवाना। ३ ठंडा करना। सीरी, मोरो-पु० [फा० शीर] १ मैदे, पाटे, बेसन, सूजो, दाल | सोलाधु-स्त्री० एक काल्पनिक पाषाण शिला जिस पर मौ लाख
पादि का हलुवा । २ हलवे की तरह बना कोई पदार्थ । । देवियां एकत्र होकर नृत्य करती हैं । सोळ, सील-पु [म० शील] १ सप्राचरण, सदाचार । सीताबरणो (बो)-देखो 'सीलाणो' (बी)
२ नैष्टिक-ब्रह्मचर्य । ३ संयम । ४ प्रतिव्रत धर्म, पातिव्रत्य। सोळी, सीली-स्त्रो० १ लकडी, बास, घास पादि का बारीक ५ लज्जा, संकोच शर्म । ६ चरित्र, पाचरण, चाल-चलन, | जुगा, फराण । २ उस्तरा तेज करने का पत्थर का टुकड़ा। नैतिकस्तर । ७ गुण, लक्षण । ८ स्वभाव, पादत, टेव । ३ भूमि की नमी, पाता। विवाह संबंधी एक रश्म । ९ सम्मान, पादर । १० अनुशासन ।-स्त्री० [सं० शीतल] -वि० १ ठंडी, शीतल । २ देखो 'सीलवती' । ११ भाद्रता, नमी। १२ गाय की, ऋतुमति की अवस्था। सीलंखांनो-देखो 'सिलहखांनी'। १३ प्रतिज्ञा, वादा, वचन । १४ देखो 'सीतळा' । -वि० | सोलोनो-स्त्री० एक प्रकार की तलवार जिसको मूठ पर सिंह १ प्रवृत्त, तत्पर । २ स्वभावयुक्त। ३ धैर्य। ४ विनम्र, की प्राकृति बनी होती है। शिष्ट । ५ पवित्र, निर्मल ।
सीळी, सोलो-वि० (स्त्री० सीळी) १ ठंडा, शीतल । २ कायर, सीळमाठम-देखो 'सीतळास्टमी' ।
- कातर । ३ भाद्र, नम । सीलगो-पु.१ एवज, बबला। २ प्रति-उपकार । ३ प्रतिकार, / सोल्हैखांनो-देखो 'सिलहखांनो'।
For Private And Personal Use Only