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सोदवी
धूर - देखो 'सिंधु' ।
सींधू- देखो 'राग' २ देखो 'सिंधु'
सीधूराग - देखो 'सिधुराग' ।
सौंप देखो 'सीप' ।
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( ७९३ )
सदियों-देखो 'सध सबुर-देखो 'सिंधुर' | सदूर - देखो 'सिंदूर' | सीरियो ०१ उपाल
२ देखी 'सिंदुरियो'।
घड़ी पु० १ ऊंट के चमड़े का बना तेल या घी रखने का सीकरड़-वि० जबरदस्त, शक्तिशाली, महान् ।
पात्र । २ ऊंट ।
सौंधळावटी-देखो 'सिलावटी'
संघवी, सीधबीनाव, सधयों, सौंधवोराम देखो 'सिंधुराम'
सींव - १ देखो 'सीमा' । २ देखो 'सीम' ।
सॉन्ग, सॉवली स्त्री० [सं० सीवनी १ को
मध्य
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को रेखा जो सिली हुई लगती है। २ सिलाई की क्रिया या भाव । ३ सुई ।
मरण - पु० [सं० सीवनम् ] १ सिलाई करने की क्रिया या भाव। २ सिलाई का व्यवसाय या कार्यं । ३ सिलाई के वस्त्र | (ब) क्रि० [सं० सीवनम] सिलाई करना, कपड़े सोना ।
सोवाणी (बी) - क्रि० सिलाई कराना या सिलाई के लिये !
प्रवृत्त
करना ।
सीकंठ - पु० [सं० शितिकंठ ] शिव, महादेव ।
सोकंत-देखो 'स्त्रीकंत' ।
सवाल- देखो 'विवाल' ।
सींह - १ देखो 'सिंह' । २ देखो 'सिंघ' ।
सी- पु० [सं० शीत ] १ सर्दी, ठंड, शीत । २ सिंह, शेर। ३ डर, भय । ४ जल, पानी । ५ शंका। ६ सीत्कार । ७ शोभा 1 ८ समता सूचक प्रत्यय । - वि० समान, तुल्य । - सर्व० क्या, कैसी । - क्रि०वि० १ करीब, लगभग । २ को समय में देखो 'सीता' ४ देखो 'खी' ५ देखो 'ही' | सीधा सीधाक देखो 'स्याल, स्थानक' | सीए- पु० ठंड, सर्दी ।
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।.
सोप्रोबग पु० [सं० शीतोदक] कच्चा पानी । (जैन)
सीधी, सीधीताव- पु० [सं० शीत ताप] शीत लगकर घा वासा विषमज्वर, मलेरिया ।
कंपन । सीक-स्त्री० [सं० इषीका] १ द्रव पदार्थ की पतली व तीक्ष्ण धार। २ लोहे की सलाई पर लपेट कर पकाया जाने वाला मांस । ३ पतली सलाई, तूलिका ४ जलकरण, बूंद ५ इत्र लगाने के लिये तिनके या सलाई पर लपेटी जाने
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वाली रूई । - क्रि०वि० तक, पर्यन्त । देखो 'सी' | सीकर - पु० [सं०] शीकर]] १ अलका पानी की बूंद २ वायु द्वारा उत्क्षिप्त जलबिन्दु, वर्षा की फूप्रार । ३ पसीना, स्वेद |
सीकल पु० [० संकल] १ हथियार पर लगे जंग को घुड़ाने की क्रिया । २ देखो 'सक्ल' |
सोकाळ १० शीतकाल
सीfer - पु० एक विशेष प्रकार का छाता ।
सीकिरण (न) - देखो 'स्त्रोकिसन' ।
सीकंपी, सीकंपोस्त्रो० सर्दी के कारण होने वाली कपकपी, सीखा - देखो 'सिखा' ।
सीधाऊ
सीकोट पु० १ शीत ऋतु में पश्चिमी क्षितिज पर कभी-कभी, नगर, भवन, आदि का होने वाला मिथ्या प्राभास, गंधर्व
नगर । २ वायु के कारण बाष्प, मिट्टी या धूए का उठने वाला समूह ३ तेज गति से उत्पन्न ध्वनि । सोकोतर सोकोटरि सोकोत्तरी स्त्री० १ दुर्गा का एक नाम। २ युद्ध प्रिय एक देवी, रणचंडी । ३ प्रेतिनी । ४ कलह प्रिय स्त्री । ५ पिशाचिनी ।
सवड-देखो 'सो'।
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सीख सोखड़ली - पु० १ शिक्षा, उपदेश । २ युक्ति, उपाय। ३ परामर्श, सलाह, राय। ४ कार्य विशेष पर नियुक्त व्यक्ति को कार्य पूरा होने पर विदाई के समय दिया जाने वाला पुरस्कार, इनाम । ५ याचकों को दिया जाने वाला द्रव्य । ६ एक लोक गीत विशेष। ७ रिश्तेदार या प्रतिष्ठित व्यक्तियों को भेंट स्वरूप दी जाने वाली वस्तु बन बेटी या दामाद को विदाई के समय दिया जाने वाला द्रव्यादि । ९ अनुमति, इजाजत, प्राज्ञा । १० प्रस्थान, रवानगी । ११ विदाई |
सीखचो- पु० [० सीखच ] लोहे की सलाखा, विशेष कर मांस भुनने को सलाखा ।
सखी (1) क्रि० [सं०] शिक्षणम्] १ किसी से कोई कला, विद्यादि की शिक्षा लेना, कुछ सोचना २
नसीहत प्रादि लेना । ३ याद करना, कंठस्थ करना । ४ ग्रहण करना, स्वीकार करना । ५ किसी बात पर एक मत होना ।
सीखत स्त्री० १ सिखाने की क्रिया या भाव। २ शिक्षा, नसीहत | ३ सलाह, राय ।
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सीख्या स्त्री० १० १ एक वर्ण वृत्त विशेष । २ देखो 'सिक्षा' । सीगणि, सीगणी-देखो 'सींगण' । सीगो-देखो 'सिगी' 1
सीधाऊ-पु० १ देवी-देवता संबंधी गायन या चरचा विशेष । २ मांगलिक वाद्य ध्वनि । ३ मांगलिक ढोल वाद्य ।