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सिकारी
। ७८० )
सिखगळ
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सिकारी-पु० [फा० शिकारी] १ शिकार करने वाला, पाहेरी, किलंगीदार। २. नपुंसक । ३ कायर, डरपोक ।
माखेटक । २ बधिक, बहेलिया । ३ शिकार करने वाला | सिख-पु० [सं० शिष्य] १ गुरु नानक व गोविन्दसिंह मादि कोई व्यक्ति । ४ एक प्रकार की तलवार ।
दश गुरुषों द्वारा प्रचलित एक सम्प्रदाय । २ इस सम्प्रदाय सिकाल-पु. एक प्रकार का अशुभ रंग का घोड़ा।
का अनुयायी पंजाबी सरदार । एक वर्ग । [सं० शिखिन्] सिकिरि-देखो 'सिखर'।
३ शिर, मस्तक । ४ सिंह, शेर। ५ पतंगा। ६ देखो सिकुड़रण-स्त्री. १ संकोच, माकुचन । २ खिन्नचित्त या ___सिखा'। ७ देखो 'सीख' । ८ देखो 'सिस्य' ।
उदास होने की क्रिया या भाव । ३ संकुचन । ४ शिकन, . सिखखडी-पु. एक जाति विशेष का घोड़ा। सिलवट । ५ एकत्रीकरण।
सिखजनम-पु० [सं० शिखा-जन्म] १ दीपक । २ ज्योति-प्रकाश। सिकुडपो (बो)-क्रि० १ संकुचित होना तंग होना, छोटा होना । | सिखदीपन-पु. केसर ।
२ कम होना, घटना ३ सकोचयुक्त होना शर्माना।। सिखनख-देखो नखसिख'। ४ खिन्नचित्त या उदास होना। ५ शिकन, सलबट या सिखर-पु० [सं० शिखर] १ पहाड़ की चोटी या सबसे ऊपर झुरियां पड़ना । ६ एकत्र होना । ७ सिमटना :
का भाग । २ ऊचा स्थान, ऊपरी हिम्सा । ३ मन्दिर का सिकोड़गो (बौ)- क्रि० १ संकुचित करना, तंग या छोटा गुम्बद या कलश । ४ मण्डप, गुम्बद । ५ कगुरा, कलश ।
करना । २ कम करना, घटाना । ३ संकोच करना, शर्माना। ६ वृक्ष की फुनगी । ७ शिखा, चोटी । ८ तलवार की धार, ४ खिन्न या उदास करना । ५ सलबट या शिकन पटकना। बाढ़। ९ शिरा, नोक । १० रोमांच । ११ बगल । ६ एकत्र करना। ७ समेटना ।
१२ चुन्नी की तरह का एक रन । १३ ध्वजा या छत्र । सिकोतरी-स्त्री. १ पिशाचिनी, चुडंल। २ दूती। ३ दुर्गा| १४ एक स्त्र विशेष । १५ जैनियों का एक प्रसिद्ध तीर्थ । का एक नामान्तर।
१६ तांत्रिक पूजा में बनाई जाने वाली, हाथ की अंगुलियों सिकोरी-पु० मिट्टी का कटोरा या प्याला ।
की, एक मुद्रा। १७ गौत्र । -वि. ऊंचा, ऊपर, चोटी तक सिको-पु० [अ० सक्का| १ मश्क मे पानी ढोने का कार्य | ऊंचा।
करने वाला मजदूर, बिहिस्ती, भिश्ती । २ देखो 'सिक्को' • सिखरण (णी)-स्त्री० [सं० शिखरिणी] १ दही में चीनी, ३ देखो 'सको'।
केसर, मेव प्रादि डाल कर तैयार किया गाढ़ा पेय पदाथ । सिक्कादवात-स्त्री० पट्टो, परवानों पादि पर लगाई जाने वाली २ देखो सिखरिणी'। मुद्रा, मुहर।
| सिखरबंद (बंध)-पु० स० शिखरबंध] शिखर वाला मन्दिर सिक्को-पु० [५० सिक्क:] १ निर्दिष्ट मूल्य की कोई धातु | या देवालय । -वि० शिखर वाला। __मुद्रा । २ प्रभात्र, रौब । ३ मुहर, छाप । ४ देखो 'सिको'। सिखरवासरणी (वासिणी)-स्त्री० [सं० शिखरवासिनी] पर्वत सिक्ख-१ देखो "सिख' । २ देखो 'सिस्य' । ३ देखो सोख'। वासिनी दुर्गा या पार्वती। सिक्षक-पु० [सं० शिक्षक) १ अध्यापक, गुरु, शिक्षा देनेवाला। सिखरा-स्त्री० [स० शिखरा] १ विश्वामित्र से प्राप्त राम की २ स्कन्द का एक अनुचर।
एक गदा। २ मरोडाफली। सिक्षा-स्त्री० [सं० शिक्षा] १ विद्या अध्ययन, पढ़ाई, पढ़ने | सिख राउळ सिखराळ (ळो)-वि० [सं० शिखरिन्] १ शिखर.
का कार्य । २ कुछ सीखना क्रिया, अभ्यास । ३ उपदेश, दार, शिखर वाला । २ चोटी, किलंगी या शिखा वाला। मलाह। ४ दण्ड, सबक । ५ छः वेदांगों में से एक जिसमें ३ नोकदार, नुकीला, पणीदार । ४ उच्च, ऊचा । ५ वीर, वेदों के वर्ण, स्वर, मात्रा प्रादि का निरूपण है।
___ बहादुर। ६ अग्रणी, अगुवा । ७ श्रेष्ठ । ८ बड़ा, दीर्घ । सिक्षित-वि० [सं० शिक्षित] १ विद्वान्, पंडित । २ चतुर, -पृ० १ गढ़, दुर्ग। २ पहाड, पर्वत । ३ वृक्ष, पेड़ । दक्ष । ३ सामर, पढ़ा-लिखा।
४ मयूर, मोर । ५ मुर्गा। ६ शिखरी नामक पक्षी। सिखड-पु० [सं० शिखंड] १ मोर की पूछ। २ चोटी, शिखा। सिखरिणी-स्त्री० [सं० शिखरिणी] १ उत्तम स्त्री। २ रोमा३ मुकुट । ४ देखो 'सिखंडी' ।
बली । ३ सत्रह प्रक्षरों का एक वर्ण वृत्त । सिखरणी (नो), सिखंडिनी, सिखंडी- पु० [सं० शिखडिन्] सिखरी-पु. [सं० शिखरिन्] १ पर्वत, पहाइ । २ वृक्ष, पेड़।
१ मोर, मयूर । २ मुर्गा । ३ बाण, तीर । ४ पांचाल | ३ दुर्ग, किला । ४ एक राग विशेष। देश के राजा द्रुपद का पुत्र । ५ विष्णु । ६ शिव । ७ कृष्ण | सिखरीस-पु० [सं० शिखर-ईश] पर्वत, पहार। का एक नामान्तर । ८ स्वामिकात्तिकेय । -स्त्री०६ मयूर | सिखान-स्त्री० [सं० शिखावती] १ द्रौपदी । २ अग्नि, माग । की पूछ । १० पीली जूही । -वि० । शिखा वाला, | सिखवाळ-पु० एक ब्राह्मण वर्ग ।
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