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लहीखोळणी
। ५२५ )
लाठापण
लहीखोळणी-पु० प्रसव संबंधी एक संस्कार ।
लांगूळी-पु० [सं० लांगूलिन्] १ बंदर, वानर । २ लगूर । लहु-वि० १ शंघ्र कार्य करने वाला । २ हल्का । ३ निस्सार । ३ हनुमान, बजरंग।।
-प्रव्य तक, पर्यन्त । देखो 'लघु'।-पु०१ एक मात्रिक | लांगेरी-पु० झड़बेरी के सूखे कांटों का समूह । छन्द । २ खून ।
लांगोदर-पु. एक लोक गत। लहुडियो, लहुड़ो लहुडउ, लहुडो-देखो 'लघु'।
लांगो-पु० [सं० लांगूलिन्] १ बंदर, वानर । २ लंगूर । लहुरा-वि. लघु छोटा।
३ हनुमान, बजरंग । ४ भैरव । ५ वीर, बहादुर । लहुवय-देखो लघुवय'।
६ देखो लौंगड़ी। लहू -१ देखो 'लघु'। २ देखो 'लह'।
लांघड़ी-देखो 'लंगडो' । लहूप्रडउ. लहू-देखो 'लघु' । (स्त्री. लहुप्रडी)
लांघरण-पु० [सं० लधनम्] १ भोजन का त्याग। २ व्रत, लहेरी-पु. समुद्र, सागर । -वि. लहरों वाला, लहरदार । - उपवास । ३ कूद, फांद, उछल । ४ घोड़े की एक चाल । लहेरी-पु. एक छोटा पौधा ।
५ उल्लघन । ६ मीमा का उल्लंघन । लहोड़ा-पु. १ शस्त्र, प्रहार । २ देखो 'लोह' । ३ देखो 'लघु'। लांघरिणो लांघरिणयौ-वि. १ जिमने भोजन का त्याग किया लह य-पु. एक ऋषि ।
हो, लघन किया हो। २ व्रत रखने वाला। ३ कूद-फाद लह यणो (बौ)-देखो 'ले'णो' (बी)।
करने वाला । ४ देखो 'लांघरण'। लाई-वि० बाया, वाम।
लांघरणीक-वि० १ भूखा । २ कृशोदर । लांक. लांकड़ो-स्त्री०१ छवि, मंगिमा। २ देखो 'लंक'।
लांघणो-देखो 'लांघरिणयों'। लांकी-स्त्री० लोमड़ी।
लांघरणी (बी)-क्रि० [सं० लंघनम्] १ किसी चीज के ऊपर लोकोमूळो-पु. एक गंदा उमिद ।
होकर जाना, अल्लघन करना, पार करना। २ छलांग लांकोलो-वि० (स्त्री० लोकीली) १ सुन्दर । २ रंगीन ।
लगाकर किसी के ऊपर से जाना, कूदना । ३ पार करना, लांको-पु. नर लोमड़ी लूमड़ ।
तय करना । ४ किसी के ऊपर से गुजरना । ५ सीमा के लखिरणी (बी)-क्रिगिराना, डालना, फेंकना।
बाहर होमा । ६ व्यतीत होना, करना । ७ त्यागना, लांग-स्त्री. १मावड़ देवी की एक बहन । २ धोती या लंगोट
छोड़ना। ८ नियम भंग करना, तोड़ना। काव्ह छोर जो दोनों जांघों के बीच से कमर के दोनों प्रोर बंधा रहता है ।३ धोती की छोर,किनार । ४ देखो 'लवंग'।
लांघियो-देखो 'लांघरिणयो।
लांघो-देखो 'लांगो'। लांगर-पु० [सं० लांगलम] १ सूपर, वराह । २ देखो 'लांगळ' । ३ देखो 'लगड़ो'।
लांच-स्त्री० १ कमी, प्रभाव । २ दोष, फलक। ३ घूस, लांगडमसत्र-पु० सूपर, वराह ।
रिश्वत । ४ बाधा, कठिनाई । ५ झुकाव । ६ दंगा, फरेब । ' लांगड़ो-१ देखो 'लांगो' । २ देखो 'लगड़ो' । (स्त्री० लांगडी)
७ किंचित शंका। लांगटियो-पु० बाजरी के पाटे का बना खाद्य पदार्थ विशेष ।।
लांचरण (न)-देखो 'लांछन'।
लांची-स्त्री० विलंब, देरी। लांगडो-पु. चकमक के लगने वाली डोरी। लांगदार-वि० लांग वाली।-पु० धोती पहनने का एक ढंग ।
लांची-पु०१ भविष्य के लिये सुरक्षित कर रखने का अच्छा चारा, लांगळ-पु० [स० लांगल] १ खेत जोतने का हल । २ एक देश
घास । २ खर्च की पूर्ति के लिये लिया जाने वाला कर । का नाम ।-धुज, ज-पु० बलराम । हलधर ।
-वि० बुरा, अशुभ। लांगलचकर (चक्र)-पु० [सं० लांगलम् +चक्र] ज्योतिष में एक |
लांछरण (न)-पु० [सं० लक्षण] १ दाग, धब्बा । २ दोष या
। प्रारोप । ३ कलंक। चक्र विशेष। लांगळी-पु. [स० लांगलिन्] १ बलगम, हलधर । २ नारियल
लांजउ-पु० एक प्राचीन देश । का पेड़ । ३ सांग, सर्प । ४ एक पौराणिक नदी। ५ ऋष
लांजो-देखो 'लो'। भक नामक औषधि । ६ देखो 'लांगूली' ।
लांठ-पु. १ पशु या मवेशियों का समूह। २ देखो 'लांठी' । लांगळीस-पु० [सं० लांगलं-ईश] १ बलराम । २ शिव लिंग। । लांठाई-स्त्री. १ जोरावरी, जबरदस्ती । २ सीनाजोरी, लांगुळ, लांगुल, लांगूल-पु० [सं० लांगुलं, लांगल] १ पूंछ,
____ ज्यादती । ३ बड़प्पन। दुम । २ बन्दर, वानर । ३ शिश्न, पुरुषेन्द्रिय । ४ हल | लांठापण (परणो), लांठापो-पु. १ बड़प्पन । २ जोरावरी, की तरह का एक शस्त्र । ५ देखो 'लगूर'।
जबरदस्ती। ३ सीनाजोरी।
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