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वारिज
वारिज-पु० [सं०] १ कमल २३ पौष ४ मत्स्य, मछली ।
वारिज-पु० [सं०] श्वेत कमल वारिजलोण (न) १० [सं० वारिजलोपन] विष्णु, परमेश्वर वारिद, वारिद्द - पु० [सं० वारिद ] बादल, मेघ । बारि पु० [सं०] चातक पक्षी।
वारिध-देखो 'वारिधि ।
वारिधि - पु० [सं०] समुद्र, सागर ।
वारिनाथ पु० [सं०] १ समुद्र । २ वरुणदेव । ३ बादल । वारिनिधि पु० [सं०] समुद्र ।
वारियां पारिया देखो 'बेटा'।
वारिधर पु० [सं०] १ बादल मेघ २ समुद्र ३ नागर मोथा । ४ वणिक छन्द विशेष ।
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( ५९० )
वारिसार १० 'विदुसार का एक नामांतर वारिसास्व० [सं० बारिशारण) गर्म मुनि द्वारा रचित फलित
ज्योतिष का एक ग्रंथ ।
वारीवारी, वारीवारी- देखो 'बारीबारी' वारीस २० [सं० वारि-ईस] १ समुद्र वरुण देव ।
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वारी वारी स्वी० [सं० वारी) १ अवसर मौका पारी
२ न्योछावर, उत्सर्ग । ३ निवारण, निवृत्ति । ४ धन्यवाद या साधुवाद देने क्रिया या भाव। [सं० वारि:] ५ हाथी बांधने की रस्सी या डोरी, जजीर आदि । ६ हाथी पकड़ने के लिए बनाया हुआ गड्डा [सं० वारी] ७ हाथी बांधने का स्थान ८ कैदी, बंदी ९ जल पात्र । १० तरल पदार्थ रखने का टोटीदार पात्रं । ११ सरस्वती का एक नाम । १२ देवो 'बारी'।
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वा'रू - देखो 'वाहरू' ।
वारियो, वारियो-देखो 'बारियो' । धारिवह-१० [सं०] कमल
वारुगु, वारूगौ-पु० एक कारीगर, विशेष । वारूबार देखो 'बारंबार' ।
पारिवारि पारिवारि-१ देखो 'बारंबार' २ देखो 'बारी-बारी' वाहवाह क्रि० वि० ठीक उपयुक्त
वारिविरोळण- देखो 'वारविलोवरण' ।
वारेबी० स्थागने, निवारण करने की क्रिया या भाव।
वारिस - वि० [फा०] १ सम्पत्ति या जायदाद का हकदार, अधि- वारोवार, वारोवारी, वारोवारू- १ देखो 'बारंबार' । २ देखो कारी २ उत्तराधिकारी ।
'बारीबारी' ।
जल के प्रधिष्ठाता
वारंवार, वारंवार - देखो 'बारंबार' | वार, बापु० [सं० बाय १ वह हाथी जिस पर विजय का भंडा रहता है, विजय कुंजर । २ देखो 'वारू' । वारुरण - वि० [सं०] १ बरुण का, वरुण संबंधी । वरुण को समर्पित किया हुआ । पु० १ भारत के नौ खण्डों में से एक २ शतभिषा नक्षत्र । ३ देखो 'वरुण' । वाणास्त्र ० एक प्राचीन स्प वारुणी पु० [सं० वारुणी] १ पक्षिराज
गरुड़
वाय-देयो 'वारिधि ।
वारू बार, वारू बार देखो 'बारंबार' ।
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-स्त्री० २ एक विद्या । ३ उपनिषद विद्या । ४ पश्चिमी दिशा । ५ स्वायंभूव मनवन्तर के वरुण की पत्नी । ६ अरण्य प्रजापति की कन्या । ७ मदिरा, शराब । ८ चैत्रकृष्ण त्रयोदशी को पड़ने वाला शतभिषा नक्षत्र ६ इस दिन का पर्व । १० दूर्वा, दूब । ११ घोड़े की एक चाल । १२ हस्तिनी, हथनी ।
बलावोस
वाह वाह वि० [सं०] वर:] १ वर श्रेष्ठ, उत्तम २ सुन्दर, मनोहर ३ स्वादिष्ट पु० हाथी जिस पर विजय पताका रहती है ।
वारी वारी पु० १ कुए से पानी निकालने की चरम, मोट
२ एक लोक गीत ३ ( मारा ) ऊंटों के झुण्ड का रात्रि में बैठने का स्थान । ४ उजाड़, जगल । ५ लघु शंका करने की क्रिया ६ समय, काल । ७ क्रम पारी ८ चेचक । ९ रुग्ण बच्चे के शिर से वारा जाने वाला जल । १० तीज के पर्व पर लड़की के पिता द्वारा उसके ससुराल भेजी जाने बाली मिठाई (ऐसी मिठाई शादी से पहले पुत्र वधु के लिये भी भेजी जाती है) । ११ देखो 'वार' | वालंध-पु० ० एक जाति या वर्ग । बालभ- देखो 'वल्लभ' ।
२ पर्वत की
बाळ, वाल- पु० [सं० वल्ल] १ चादर, गिलाफ । तलहटी ३ पर्वत की तलहटी स्थित क्षेत्र । ४ घुड़साल, अस्तबल । ५ घोड़ों का समूह। ६ तीन घुंघची के बराबर का एक तौल । ७ निषेध, वर्जन । ८ जाली काटने का एक श्रीजार विशेष | ९ एक प्रत्यय १० देखो 'बाल' । ११ देखो 'बाबा'।
वालइ, वालई, वालउ - १ देखो 'वाल' । २ देखो 'बाला' । बाळक - पु० [देश० ] १ जंगल में स्वतंत्र फिरने व चरने वाला पशु । -स्त्री० ० २ नव प्रसूता मादा ऊंट ३ हाथ में पहनने का कंगन, बाल छड़ । - वि० स्वच्छन्द अवारा ।
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. वलट्टादोस- पु० बालक के खाने की वस्तु को लेने का दोष । (जैन)