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विदोगत
वियोगत (ति) - देखो 'वेदाक्त' । वियोली (बी) देखो 'विस' (बी) विद्द-१ देखो 'विदा' । २ देखो 'विद्ध' ।
विद्दत - पु० [० वदत ] प्रद्वैत भाव । विमान देखो 'विद्यमान बिट्स वि० बिहा देखो 'विदा' |
दुस्सह, प्रसार देखो 'विदुस'
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( ६१२ )
युद्ध, समर। - वि० [सं०] २ जिसमें बाधा पड़ी हो,
विस ( ख ) - देखो 'विध्वंस' । विद्ध-०१ कलह, झगड़ा २ १ बीच में छेद किया हुधा बाधाग्रस्त । ३ चोट ग्रस्त । ४ देखो 'विध' । विद्धि- १ देखो 'विघ' । २ देखो 'विधि' ।
विद्य० [सं०] १ विश्वामित्र के कुल का एक गोत्रकार विद्याराज पु० [सं०] भगवान विष्णु की एक मूर्ति ।
२ देखो 'विद्या' ।
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विद्याधिदेवता स्त्री० [सं०] विद्या की देवी, सरस्वती । विद्यानुवाद-स्त्री० [सं०] ७२ कलाधों में से एक । विद्यापति - पु० गुरु, शिक्षक ।
विद्यापात्र वि० विद्वान पंडित
विद्याांन० पढ़ाने का कार्य
विद्यादाता १० पढ़ाने वाला, धध्यापक
विद्याधन - पु० [सं०] १ ज्ञान का संग्रह, विद्या रूपी धन । २ विद्या से उपार्जित धन ।
विद्याधर (रु) - पु० [सं०] १ एक देवयोनि विशेष । २ कवि, पंडित । ३ एक रसौषधि विशेष । ४ एक रतिबंध । ५ एक वर्ण वृत्त । - रस - पु० वैद्यक में एक रस ।
विद्यापीठ - पु० [सं०] १ शिक्षा का प्रमुख केन्द्र । २ महाविद्यालय । विद्यापुरी - पु० एक प्रकार का वस्त्र विशेष ।
विद्यामंदिर पु० [सं०] विद्यालय, पाठशाला | विद्यामय - वि० विद्वान पंडित ।
विद्य ुति
विद्यारासि पु० [सं० विद्याराशि] शिव, महादेव ।
विद्यमान वि० [सं० विद्यमान ] उपस्थित मौजूद विद्यालय पु० [सं०] पाठशाला, स्कूल विद्याध्ययन का स्थान । विद्यमानता स्त्री० [सं० विद्यमानता ] विद्यमान होने की अवस्था विद्यावान - वि० [सं० विद्यावान] १ विद्वान पंडित । २ ज्ञानी ।
या भाव मौजूदगी ।
१३ बुद्धि सागर । विद्याविलास - वि० विद्या रसिक ।
विद्या स्त्री० [सं०] १ बिलाचादि से मिलने वाला ज्ञान।
२ मोक्ष प्राप्ति या सिद्धि दिलाने वाला ज्ञान । ३ दुर्गा देवी का नामान्तर । ४ दुर्गा देवी का मंत्र । ५ सीता की एक सखी ६ चौदह की संख्या । ७ इल्म, हुनर, कला ८ जादू मंत्र । ९ किसी विशेष विषय की शाखा । १० किसी विषय का व्यवस्थित ज्ञान । ११ प्रायं छन्द का एक भेद विशेष । १२ निसांरगी छन्द का एक भेद १३ देखो 'विदा' । विद्याधर - पु० [सं० विद्या-गृह] विद्या पढ़ाने का स्थान,
पाठशाला |
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विद्यामहेतुर (महेस्वर ) पु० [सं० विद्यामद्देश्वर ] शिव, महादेव विचारंभ पु० [सं० विद्यारंभ] विद्या प्रारंभ का संस्कार । विधारथी पु० [सं० विद्यार्थिन् ] विद्या-अध्ययन करने वाला छात्र, विद्यार्थी, शिष्य ।
विद्यावेता- वि० [सं० विद्या-वेता ] विद्वान पंडित । विद्याव्रत पु० [सं०] विद्याध्ययन के लिये गरु गृह में रह कर किया जाने वाला व्रत ।
विद्यासंजीवन - पु० [सं० विद्या संजीवन] दैत्य-गुरु, शुक्र । विद्यासिद्धि (डी) - स्त्री० [सं०] विद्या का निष्पादन करने की क्रिया ।
विद्य च्छत्रु-पु० मार्गशीर्ष मास में सूर्य के साथ भ्रमण करने
वाला एक राक्षस ।
विद्याचार - स्त्री० २८ प्रकार की लब्धियों में से दसवीं लब्धी । विद्य जिव्ह, विद्य जिव्हा, विद्युज्जिह, विद्युज्जिन्हा- पु० [सं० विद्याता, विद्यातानाच देवो 'विधाता' |
विद्युत बिह्ना] १ रावण की बहन सूर्पनखा का पति एक
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राक्षस । २ एक यक्ष का नाम । ३ घटोत्कच का मित्र एक राक्षस । ४ विद्युत के समान जिल्ह्वा वाले दो सर्प जो प्रमृत की रक्षा करते थे । ५ स्कद की अनुचरी एक मातृका । विद्यतस्त्री० [सं० विद्युत] १ बिजली २ एक प्रकार की बीणा । ३ वज्र । ४ एक राक्षस विशेष । ५ एक छन्द विशेष । - वि० जिसमें अधिक कांति या दीप्ति हो । विद्य ुतकुमार पु० दश भुवन पतियों में से एक। (जैन) विद्य ुतजिव्ह (ज्जिह) विद्य. तजिव्हा
(जिल्हा) - देखो
विद्याधरराज - वि० विद्वान, पंडित, चतुर । विद्याधरे ५० [सं० विद्याधरेन्द्र] शैक्षपति, जाम्बयंत । विद्याधरेर विद्याधरेस्वर -१० [सं० विद्याधरेश्वर शिव की विछता स्त्री० [सं०] १ कुबेर की सभा की एक प्रचारा
'विद्युजिव्हा' ।
एक मूर्ति का नाम ।
२ देखो 'विद्युत' ।
विद्याधर- देखो 'विद्याधर' । विद्याधारी-देखो 'विद्याधर'।
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विद्याक्ष - पु० [सं०] स्वामी कार्तिकेय का एक अनुचर । विद्यति-देखो 'विद्युत' ।