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संपूरित
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( १९१ )
३ समाप्त, पूर्णं । ४ सम्पन्न । ५ सहित, युक्त । ६ व्यतीत । ७ विसंजित । - पु० १ भगवान विष्णु । २ सात स्वरों का एक राग विशेष ।
संपूरित ( 4 ) - वि० [सं० संपूरित ] १ पूर्ण भरा हुआ । २ ग्रसित । ३ सम्पन्न ।
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संपेल (बी) कि० [सं० सं प्र ईक्षणम् ] १ देखना । २ विचारना, सोचना । ३ स्वागत या प्रगवानी करना, प्रादर करना । ४ दर्शन करना । ५ समझना, जानना ६ ढूंढना, खोजना । ७ दिखाई देना, दिखना ।
संप्रत, संप्रति संप्रती देवो'सांप्रत'
संप्रदान- पु० [सं०] सम्प्रदान] १ दान देने की क्रिया या भाव। २ उपहार भेंट कीक्षा के समय शिष्य को गुरु मंत्र देना ४ कोई वस्तु देना या पहुंचाना एक कारक । ६ विवाह, शादी । ७ एक रश्म ।
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५ व्याकरण में विवाह संबंधी
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संप्रदा, संप्रदाय - वि० [सं० सम्प्रदाय ] देने वाला पु० १ कोई धार्मिक मत या सिद्धान्त विशेष २ feet uामिक मत विशेष के धनुयायियों का समाज । ३ परिपाटी, प्रथा । ४ समान धर्मावलंबियों का समूह। ५ गुरुमंत्र । संप्रदायी वि० [सं०] सम्प्रदायिन्] १ देने वाला २ किसी धर्म या मत विशेष का धनुयायी ।
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संबं, संबंध पु० [सं० सम्बन्ध] १ रिश्ता नाता । २ घनिष्ठ मित्रता, दोस्ती ३ विवाह, शादी ४ लगाव, सम्पर्क
[सं-पु० [सं०] नंब] इन्द्र का व संबर देखो 'संवत्सर । संबत - देखो 'संवत' ।
५ सगाई । ६ व्याकरण में एक कारक । ७ बंधने या जुड़ने की क्रिया, भाव। ८ विवरण, विवरण वृत्ताख ९ हवाला उल्लेख संदर्भ ।
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संप्रहार - पु० [सं० सम्प्रहार] संग्राम, युद्ध ।
संप्राप्त, संप्राप्त वि० [सं० संप्राप्त] प्राप्त किया हुआ संप्रापति (सी प्ती) स्त्री० [सं०] [राप्राप्ति ] उपलब्धि १ - प्राप्ति २ पटित होने की क्रिया या भाव। ३ उपस्थित होने की क्रिया ४ पूर्णता, समाप्ति
संप्रेक्षण - पु० [सं०] १ अनुसंधान, खोज । २ अवलोकन । संप्रेसर - पु० [सं०] १ भेजने की क्रिया या भाव। २ सुरक्षित पहुंचाने की क्रिया । ३ सेवाच्युत करने की क्रिया ।
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पानी । ३ मेघ, बादल ४ एक प्रकार की बड़ी मछली, मच्छी ५ शिव द्वारा वधित एक राक्षस । ६ मृग, हिरन । ७ अर्जुन नामक वृक्ष । ८ एक पर्वत का नाम । ९ कामदेव । १० पशु चौपाया । ११ देखी 'सांबर' | संबरकंद - पु० एक प्रकार का कंद गेंठी । संबरत, संबर तक पु० [सं० संवत्तंक ] प्रलय | संबरनास - पु० [सं०] शंबरनाश ] कामदेव | संबरमाया स्त्री० [सं० शंबरमाया ] इन्द्रजाल, जादू । संघरसूदन- पु० [सं० शंबरसूदन] १ कामदेव २ प्रद्युम्न की उपाधि विशेष ।
संबरारि पु० [सं० शंबर- प्ररि] कामदेव | संबरी- पु० [सं०] स्वयम्बर ] स्वयम्बर संबळ (ल)-१० [सं० संबल ]
सामग्री । २ भोजन । फसल में होने वाला एक बलवान्, शक्तिशाली ।
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संबळी-वि० १ वान् शक्तिशाली २ देखी 'बळी' धार्मिक संबाध - पु० [सं०] १ बाधा, अड़चन । २ भीड़, समूह । ३ संघर्ष, झगड़ा ४ योनि, भग ५ कष्ट, पोड़ा। ६ नरक का मार्ग |
संम्बाही
यात्रा में साथ रहने वाली बाद ३ श्राश्रय, सहारा ४ गेहूं की रोग । ५ सेमल का वृक्ष । वि०
संचार स्त्री० स्मरण, वाद, सुधि
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संवारणी (बो) - क्रि० १ स्मरण करना, याद करना । २ भजन करना। ३ स्तुति करना ।
संग्राहणो (बी) देखो 'संभाणी' (बी)। संबी स्त्री० [सं० [शिवा] फली
संबुक - पु० [सं० शंबुक:] १ घोंघा । २ शंख । ३ हाथी की सूंड की नोक । ४ हाथी का कुंभस्थल ।
संबुकावरत पु० [सं० शंकाव] एक प्रकार का भगंदर रोग । संबुद्ध - वि० [सं०] १ जागृत, चैतन्य । २ प्रबुद्ध, ज्ञानी 1-पु०
गौतम बुद्ध जिनदेव
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संबुद्धि स्त्री० [सं०] १ समझदारी, बुद्धिमता २ ब्राह्वान,
पुकार
संदूक देखो 'संदूक' ।
संबेसर पु० [सं० संवेसरू] नींद, निद्रा, शयन
संबंधी - वि० सम्बन्ध रखने वाला, लगाव रखने वाला ।-पु० संबोध - पु० [सं०] १ पूर्ण बोध । २ सांत्वना, ढाढ़स । ३ पूर्ण
१ रिश्तेदार, नातेदार । २ भाई-बंधु ।
जानकारी ।
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संबोधन० [सं०] १ कहना, बातचीत शुरू करना किया।
२ श्रोतानों को सुनाना, ज्ञान देना, प्रवचन करना यादि क्रिया । ३ सभा धादि में प्रस्तुत किया जाने वाला अपना वक्तव्य । ४ व्याकरण में एक कारक ।
संवाद-पु० मार्गशीर्ष मास
संबर- पु० [सं० शंबर ] १ युद्ध, संग्राम [सं० शवरम् ] २ जल, संब्बाहणी (बी) - देखो 'संभारणी' (बौ) ।