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समर.
( ७२६ )
समवायु
भाव ।
समर-पु० [सं० समरः] १ युद्ध, संग्राम । २ लौहार शाला। हुमा, अर्पित, भेंट। ३ धारण किया हुमा । ४ समर्पण
३ बेहड़ा । ४ युद्धस्थल, रणभूमि। ५ शक्ति, बल, किया हुप्रा । सामर्थ्य । ६ वैभव, धन, दौलत । [प्र०] ७ कथा, समरम-पु० [सं० सम-रमण] सम रूप से क्रीड़ा करने का कहानी, किस्सा । ८ फल, मेव।। ९ बदला, प्रतिकार । १० परिणाम, नतीजा। ११ देखो 'स्मर'। -भूमि-स्त्री० समरव (वी)-स्त्री० [सं० रव-सम] बिजली। युद्धस्थल ।
समरस (सि, सी)-पु० [सं० शमरस] शान्त मनोभाव । -वि० समरअभंग (मी)-पु० बलराम ।
समान रस या स्वभाव वाला। समरइ-देखो 'स्म्रति'।
समरांग (न)-पु. [सं० समर-अंगण] १ युद्ध, लड़ाई। समरक-देखो 'समर'।
२ युद्ध स्थल, रणक्षेत्र । समरकूप-स्त्री० [सं० स्मरकूप] योनि, भग।
समराट-पु. १ राजा, नप । २ वीर पुरुष । ३ देखो 'सम्राट'। समरट-वि० योद्धा, वीर।
समराणी (बौ)-देखो 'संवराणो' (बी) । समरण-देखो 'स्मरण'।
समराथ-देखो 'समरथ' । समरणा, समरणी-स्त्री० [सं० स्मरण] जपमाला, माला । समरार-देखो 'सबरारि'। समरणौ (बो)-क्रि० [सं० स्मरणम्] १ स्मरण करना, याद | समरारि-पु० [सं० स्मरारि] शिव, महादेव ।
करना । २ भजन करना। ३ युद्ध करना, लड़ाई करना। समरिव-देखो ‘समरव'। . समरत-पु० १ एक प्रकार का रतिबंध । २ देखो 'समरथ' समरु (रू)-देखो 'समर'। समरति, समरती-देखो 'स्म्रति' ।
समरूप-वि० १ समान, तुल्य । २ समान रूप या चेहरे वाला। समरस्थ-देखो 'समरथ'।
समळ-पु० [सं० श्यामल:] १ कृष्ण हरिण। [सं० शमलं] समरथंभ-वि० [सं० समरस्तम्भ योद्धा, वीर ।
२ मल, विष्टा। -वि० [स० समल) १ खराब । समरथ-पु० शिव, महादेव । -वि० [सं० समर्थ] १ शारीरिक, - २ गंदा, मैला, अपवित्र । ३ पापी, दुष्ट । ४ दोष पूर्ण ।
मानसिक व माथिक बल पर कुछ कर सकने योग्य, समर्थ ।। ५ देखो ‘सांमिल' । ६ देखो 'संवळी'। ७ देखो २ बलवान, शक्तिशाली। ३ योग्य, समक्ष । ४ योग्य, 'सांवळी'। ठोक, उचित .. ५ गूढार्थ प्रकाशक । ६ जबरदस्त, समळा-देखो 'सम्मळा' । जोरदार । ७ दृढ़, मजबूत । ८ बीर,बहादुर। ९ निष्णात, । समळी-देखो 'संवळो'। योग्यता-सम्पन्न । १० समृद्ध, धनाढय। ११ बड़ा, समळो-१ देखो 'संवळो' । २ देखो 'सांवळो'।
विशाल । १२ सामर्थ्यवान, सक्षम । -पु० शक्ति, बल । समवंता-वि० समान, बराबर, तुल्य । समरथक-वि० [सं० समर्थक] समर्थन करने वाला।
समवड़ (हि, डी)-वि० [सं० समवत्ति] समान, बराबर । समरथन-पु० [सं० समर्थन] अनुमोदन करने की क्रिया ।
-स्त्रो० समानता, बराबरी । देखो 'समोवडियो' । समरथा-देखो 'सामरथ्य'।
समवड़णौ (बी)-क्रि० सामना करना, मुकाबला करना । समरथीक, समरथ्य-देखो 'समरथ'।
समवड़ियो-वि० बराबर का, बराबर वाला। समरद-पु० [सं० समद युद्ध ।
समवड (डि, डी), समवण-देखो 'समवड़' । समरधुका-स्त्री० [सं० समधिका] बेटी, पुत्री।
समवती स्त्री० एक प्रकार की घोड़ी। समरपण-पु० [सं० समर्पण] १ श्रद्धा पूर्वक अर्पण करने की | समवरती-पु० यमराज । क्रिया या भाव। २ आदर पूर्वक को जाने वाली भेंट, | समवळ-देखो'समवड़' । नजराना। ३ किसी के प्रागे हार मानने या वशीभूत हो | समवसरण (न)-पु० जिनेश्वर के उपदेश देने का स्थान, उपदेश जाने की क्रिया, अवस्था या भाव । ५ भगवान के विग्रह के शाला । (जैन) मागे खड़ा करके भक्त को प्राचारवान् वैष्णव बनाने की | समवाद-देखो 'संवाद'। क्रिया।
समवादी-देखो 'संवादी' । समरपरणी (बी)-क्रि० १ श्रद्धा पूर्वक अर्पित करना, सादर भेंट
समवायंग, समवायांग-पु. जैन धर्म के ३२ सूत्रों में से चौथे करना । २ सौंपना, देना। ३ हार मानना, वशवती
सूत्र का नाम। होना । ४ धारण करना।
समवायु-पु० [सं० समवायः] १ समूह, समुदाय । २ घनिष्ठ समरपित-वि० [सं० समर्पित] १ दिया हुआ, दत्त । २ सौंपा। सबंध ।
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